संपन्न हुआ कथा प्रवचन, आज होगा विशाल भंडारा
जागरण संवाददाता, झज्जर : मंदिर बाबा कांशीगिरि में चार दिवसीय वार्षिकोत्सव के अंतर्गत शनिवार
जागरण संवाददाता, झज्जर : मंदिर बाबा कांशीगिरि में चार दिवसीय वार्षिकोत्सव के अंतर्गत शनिवार को कथा-प्रवचन समाप्त हो गया। धर्म प्रचार के अंतिम दिन कथाव्यास गीता ज्ञानेश्वर स्वामी दिव्यांनद भिक्षु ने कहा कि कथा अर्थात जो कथन श्रवण होने के पश्चात हृदय का अज्ञान अंधकार मिटा दे, जिसे सुनकर जीव की परमात्मा के प्रति आस्था हो जाए अथवा एक भक्त संशय रहित हो जाए और उसकी आस्था प्रभु की ओर बहने लग जाए, जिसे श्रद्धा से भरा भाव कहते हैं। कथा मनोरंजन नहीं होती। कोई भीड़ जुटाने का साधन नहीं कथा, आम साधारण लोगों को रिझाने के लिए नहीं यह तो मीरा जैसी कृष्ण प्यासी भक्तों को घुमाने के लिए होती है। इसलिए सुपात्र बनकर कथारूपी अमृत गृहण करने के लिए कथा में आना चाहिए। केवल कथा के पंडाल में नहीं कथा में बैठना चाहिए। श्रवण भेद के कारण ही हजारों की संख्या में बैठे भक्तों में एक धुंधकारी को ही विष्णुपार्षद लेने के लिए आए क्योंकि उसका श्रवण दृढ़ था और हृदय की अज्ञान की सप्त ग्रंथियों को भेदन करने वाला था, अन्यथा अदृढ श्रवण तो ज्ञान को भी संशय और भ्रम में बदल जाता है। गोस्वामी तुलसी दास जी तो रामायण जी को राम की भांति राम जी का ग्रंथावतार मानते हैं और हम उसे सुनकर शंका के सागर में गोते खाएं। यह आश्चर्य नहीं तो क्या है।
शनिवार को कथा विश्राम के अवसर पर स्थानीय विधायक गीता भुक्कल बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहीं। कथाव्यास स्वामी दिव्यानंद भिक्षु से आशीर्वाद लेने के बाद अपने संबोधन में भुक्कल ने कहा कि मंदिर बाबा कांशीगिरि के कार्यक्रम में भागीदारी कर उन्हें अपनेपन का अहसास होता है। भुक्कल ने मंदिर को नगर की अतिप्राचीन शक्तिपीठ बताते हुए वार्षिक आयोजन की परंपरा को बनाए रखने का आह्वान मंदिर कमेटी से किया। इससे पूर्व मंदिर के वयोवृद्ध संरक्षक शिवराज मदान व मंदिर प्रधान रुपचंद अरोड़ा ने उनका शाल भेंट कर स्वागत किया।
इस मौके पर उनके साथ कांग्रेसी नेता सुभाष गुर्जर, राकेश अरोड़ा, वीरेंद्र शर्मा उर्फ बीज्जू, मंदिर संरक्षक वीके नरुला, डाक्टर गौतमप्रकाश आर्य, डाक्टर अशोक नागपाल, बौधराज ग्रोवर, पदम खटटर, डाक्टर शंकरलाल ग्रोवर, कोषाध्यक्ष वीके शर्मा, सुभाष वर्मा, आशीष चावला, हन्नी हंस, वासुदेव नंदा, प्रदीन काठपालिया, पंडित पवन कौशिक, नरेंद्र पाहवा सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
वार्षिकोत्सव के समापन अवसर पर आज मंदिर में बाबा की महाआरती व विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा। इस मौके पर मंदिर की महिला मंडली द्वारा संकीर्तन भी किया जायेगा।