रेलवे स्टेशन पर सो रहे लोगों को गाड़ी में बैठाकर ले जाया गया रैन बसेरे में
तपस्वी शर्मा, झज्जर : मंगलवार रात साढ़े दस बजे रेलवे स्टेशन पर पहुंचते हुए पाया कि नगरपाि
तपस्वी शर्मा, झज्जर : मंगलवार रात साढ़े दस बजे रेलवे स्टेशन पर पहुंचते हुए पाया कि नगरपालिका के दो और रेडक्रास कार्यालय का एक कर्मचारी साधु वेशधारी बुजुर्गो को अपने साथ चलने को कहते हुए दिखाई दिए। बुजुर्ग चलने में थोड़ी आनकानी करते है, लेकिन कर्मचारियों द्वारा समझाएं जाने पर चलने को राजी हो जाते है। रेडक्रास की गाड़ी में बैठाकर बुजुर्गो को रैन बसेरे में ले जाया जाता है। करीब 15 मिनट तक यहां रूकते हुए फिर रेलवे स्टेशन से बाहर निकल आए। सरकुर्लर रोड से होते हुए करीब सवा 11 बजे नागरिक अस्पताल के आपातकालीन विभाग में पहुंचते हुए पाया कि चिकित्सक और नर्सिंग स्टॉफ अपनी ड्यूटी पर तैनात था। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे। करीब दस मिनट तक यहां रूकने के बाद नागरिक अस्पताल से बाहर निकल आए। ---रात साढ़े ग्यारह बजे टीम बिजली निगम के सर्कल कार्यालय के शिकायत कक्ष में पहुंचती है। यहां पर तीन कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात थे। वहां पर तैनात कर्मचारी अनिल कुमार ने बताया कि रात के समय बिजली फॉल्ट की तीन शिकायतें आई है। जिसमें धर्म पैलेस, कच्चा बाबरा रोड के फॉल्ट को ठीक कर दिया गया है। जबकि पंजाब नेशनल बैंक के पास एक दुकान की शिकायत है। कर्मचारी फॉल्ट ठीक करने के लिए गया था। लेकिन दुकान बंद हो जाने के चलते ठीक नहीं हो पाई। हड़ताल का कोई असर नहीं है। कर्मचारी अपनी ड्यूटी निभा रहे है। ----रात पौने बारह बजे बिजली निगम कार्यालय से पहुंचते हुए टीम शहीद भगत ¨सह चौक, धौड़ चौक होते हुए बस स्टैंड की ओर आगे बढ़ी। एक युवक पैदल जाता हुआ दिखाई दिया। पूछने पर बताया कि गुढ़ा गांव जाना है, किसी काम से आया था। लेट हो गया। जितनी दूर तक जा रहे हो मुझे भी बैठा लो। कहते हुए साथ ही स्कूटी पर सवार हो जाता है। बस स्टैंड के सामने उतारते हुए। दैनिक जागरण संवाददाता बस स्टैंड के अंदर प्रवेश करते है। जहां पाया कि रैन बसेरे में तीन व्यक्ति सो रहे थे। वहां पर तैनात कर्मचारी से पूछने पर बताया कि तीन व्यक्ति अंदर सो रहे है। एक उत्तराखंड का निवासी है तो दो रोडवेज विभाग के ही कर्मचारी है। उत्तराखंड वाले व्यक्ति ने तो व्यवस्था के लिए आभार व्यक्त किया। ----रात सवा 12 बजे कच्चा बेरी रोड से होते हुए बेरी गेट, आंबेडकर चौक से होकर पुराना बस अड्डा रोड से गुजरे तो पाया कि चौक- चौराहों के पर बेसहारा गौवंश घूम रहे थे। सर्द हवाओं के बीच बेसहारा गौवंश भी ठंड से बचने के लिए कभी किसी दुकान के शेड के नीचे तो कभी एक दूसरे के साथ चिपकते हुए ठंड से बचने का प्रयास कर रहे थे। ---दैनिक जागरण ने उठाया था रैन बसेरे की बदहाली का मुद्दा उल्लेखनीय है कि रैन बसेरे के लिए साईन बोर्ड नहीं लगा होने और रात के समय में रोडवेज के गेट बंद होने का मुद्दा उठाया था। जिस पर उपायुक्त सोनल गोयल ने मामले को संज्ञान में लेते हुए व्यवस्था करवाई थी। जिसका असर भी दिखाई दिया, रात के समय में रेडक्रास की गाड़ी सड़कों पर घूमते हुए यात्रियों को रैन बसेरे में पहुंचने का कार्य कर रही है। नगरपालिका से मुकेश सोनी, सुंदर लाल और रेडक्रास कार्यालय से पंकज ड्यूटी रेडक्रास की गाड़ी में तैनात रहे।