फायर एनओसी को लेकर दो दिन बाद शुरू होगा सर्वे, फायर स्टेशन को पानी मुहैया कराने के लिए एमआइई में जल्द होगा कनेक्शन, बस स्टैंड पर लगाया जाएगा हाईड्रेंट
- आग लगने की घटनाओं में फायरब्रिगेड की गाड़ियों को तुरंत पानी मुहैया कराने को दिए दिशा निर्देश
- आग लगने की घटनाओं में फायरब्रिगेड की गाड़ियों को तुरंत पानी मुहैया कराने की दिशा में संबंधित विभागों के अधिकारियों को एसडीएम ने दिए आदेश - फायर एनओसी के साथ-साथ एमआइई की समस्याओं को लेकर एसडीएम ने ली अधिकारियों की बैठक जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
शहर की औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ कहीं भी आग लगने की घटना होने पर फायरब्रिगेड के सामने गाड़ियों में पानी भरने की समस्या थी। साथ ही फैक्ट्रियों के पास फायर एनओसी भी नहीं थी। आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र (एमआईई) में समस्याओं का अंबार लगा हुआ था। इन तीनों समस्याओं को लेकर एसडीएम हितेंद्र कुमार ने बहादुरगढ़ के जनस्वास्थ्य विभाग, एचएसआइआइडीसी, नगर परिषद व फायर ब्रिगेड के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में बहादुरगढ़ चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री एसोसिएशन की ओर से भी उद्योगपतियों ने भाग लिया। बैठक में आग की घटनाओं के दौरान फायरब्रिगेड को आ रही समस्याओं को लेकर विचार-विमर्श किया गया। सबसे पहले फायरब्रिगेड कर्मियों ने बताया कि उनके एमआईई स्थित फायर स्टेशन पर चार लाख लीटर पानी का टैंक है लेकिन यहां पर पानी का कनेक्शन न होने की वजह से उनकी गाड़ियों में पानी नहीं भरा जा रहा है। आग की घटना होने पर वे इधर-उधर से पानी भरवाते हैं। यहां पर सबमर्सिबल भी नहीं है। ऐसे में एसडीएम ने एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों को आदेश दिए कि वे जल्द से जल्द फायर स्टेशन पर पानी का कनेक्शन करवाएं, ताकि पानी का टैंक हर समय भरा रखा जा सके। साथ ही फायरकर्मियों की मांग पर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बस स्टैंड पर एक वाटर हाईड्रेंट लगवाएं। इसमें 24 घंटे पानी की सुविधा होनी चाहिए। 15 दिन के अंदर ही यह वाटर हाईड्रेंट लगाने के आदेश दिए गए हैं। हाईड्रोलिक प्लेटफार्म के लिए चंडीगढ़ भेजी जाएगी मांग:
फायर कर्मियों ने बताया कि उनके पास हाईड्रोलिक प्लेटफार्म नहीं है। फैक्ट्रियों के साथ-साथ बहुमंजिला इमारतों में आग लगने की घटनाओं में फायरकर्मी अपने आप को असहाय महसूस करते हैं। अगर कोई घटना होती है तो आग बुझाने के लिए उन्हें गुरुग्राम से यह प्लेटफार्म मंगवाना पड़ता है। ऐसे में एसडीएम ने नगर परिषद अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यह व्यवस्था जल्द से जल्द करवाएं। इस पर नप अधिकारियों ने बताया कि फायरब्रिगेड की हाईड्रोलिक प्लेटफार्म की मांग को चंडीगढ़ मुख्यालय में भेज दिया जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलने पर इसे खरीदा जाएगा। फायर एनओसी चैक करने के लिए जल्द सर्वे करने के निर्देश:
औद्योगिक और वाणिज्यिक भवन में फायर एनओसी जरूरी होती है। यह तभी दी जाती है जब वहां पर आग से निपटने के इंतजाम मानक के हिसाब से हों। मगर दिक्कत तो यही है कि ज्यादातर भवनों के लिए एनओसी ली ही नहीं जाती। वहां पर औद्योगिक और व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन बिना एनओसी के ही शुरू हो जाता है। इसका परिणाम भी गंभीर रूप में सामने आता है। विगत में ऐसी कई जांच में यह खामी सामने आ चुकी है। इस मामले पर एसडीएम हितेंद्र ने कड़ा संज्ञान लिया है और फायर एनओसी चैक करने के लिए दो दिन बाद सर्वे शुरू करने के निर्देश दिए हैं। जिन इकाइयों के पास एनओसी ना मिले, उन पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए । वर्जन..
एमआईई के साथ-साथ अन्य औद्योगिक इकाइयों व फायरब्रिगेड की समस्याओं को लेकर उपमंडल के विभागीय अधिकारियों की बैठक ली गई थी। समस्याओं को लेकर संबंधित विभाग को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। फायर एनओसी का सर्वे दो दिन बाद शुरू कराया जाएगा।
-----हितेंद्र कुमार, एसडीएम, बहादुरगढ़।