सुप्रीम कोर्ट का स्टे, समस्या का स्थाई समाधान नहीं : योगेंद्र यादव
यह बहुत बड़ा जन आंदोलन बन गया है
यह बहुत बड़ा जन आंदोलन बन गया है फोटो : 25 संवाद सूत्र, बेरी : मंगलवार को डीघल टोल प्लाजा पर धरना दे रहे किसानों के बीच संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव पहुंचे। यादव ने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को ऐतिहासिक बताया। साथ ही कहा कि यह बहुत बड़ा जन आंदोलन बन गया है। यादव ने कहा कि केंद्र की सरकार ने कोरोना काल का फायदा उठाकर देश के अन्नदाता पर यह तीन नए काले कानून थोपने का काम किया। किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक किसानों को ये तीनों कानून समझ आए तब तक यह पूर्ण रूप से लागू हो चुके होंगे, लेकिन समय रहते सबसे पहले पंजाब के किसानों ने इन तीनों कृषि कानूनों की असलियत जानी और फिर इसका प्रचार पूरे देश के किसानों में शुरू किया। इधर, सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए पक्ष पर यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो स्टे दिया है यह स्थाई समाधान नहीं है। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि किसान आंदोलन को छोड़ कर चले गए तो 1 महीने बाद भी स्टे को हटाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो कमेटी गठित की गई है, उस पर यादव ने तीखा निशाना साधते हुए कहा कि इनमें से तीन लोग तो ऐसे हैं जो इन कानूनों को बनाने वाले ही रहे हैं। हमें ऐसे लोगों की कमेटी नहीं चाहिए। 26 तारीख को हर हाल में दिल्ली जाना है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि 26 तारीख को प्रत्येक घर से कामकाज के लिए एक व्यक्ति को छोड़कर बाकी सभी व्यक्ति दिल्ली के लिए रवाना हों। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि 26 तारीख से पहले किसानों के बीच में तरह-तरह की भ्रांतियां फैलाई जाएंगी। कई तरह की बातें की जाएंगी। लेकिन किसी बात पर भी विश्वास नहीं करना। सिर्फ आंदोलन में डटे रहना है। कहा कि किसान आंदोलन का फायदा भी हुआ है । जात पात और धर्म से उठकर सभी किसान एक साथ आ गए हैं और मजदूर वर्ग ने किसानों को सबसे ज्यादा साथ दिया है इस आंदोलन में। हरियाणा पंजाब भी एक हो गए हैं। इस मौके पर मुख्य रूप से अजय अहलावत चेयरमैन, डंपी अहलावत आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।