इंदौर में मेडिकल टीम पर हमले से शूटर मनु भाकर को आया गुस्सा, कहा- क्या कानून इतना बेबस
हरियाणा की अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज मनु भाकर इंदौर में मेडिकल टीम पर हमले से गुस्से में हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि हम इतने बेबस क्यों हैं।
झज्जर, [अमित पोपली]। इंदौर की बस्ती में मदद के लिए पहुंची चिकित्सकों और मेडिकल टीम पर हमले से बेहद आहत और नाराज हैं। इंदौर की घटना की वीडियो को देखने के बाद शूटर मनु भाकर ने ट्वीट कर नाराजगी जताई है। उन्होंने घटना को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने लिखा है- क्या हमारे देश का कानून इतना कमजोर और बेबस है।
इंदौर में चिकित्सकों पर हुए हमले को देखकर मनु भाकर बेहद आहत
मनु भाकर ने शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा के एक ट्वीट को रिट्वीट किय है। युवा शूटर ने लिखा है, 'क्या हमारे देश का कानून इतना कमजोर और बेबस है। क्या हमारे देश का गृहमंत्री इतना कमजोर और बेबस हैं। क्या हमारे देश की पुलिस इतनी कमजोर और बेबस है । क्या कारण है ? कृपया गृहमंत्री जी संज्ञान लें ।'
हरियाणा की अंतरराष्ट्रीय युवा निशानेबाज ने ट्वीट किया- कृपया गृहमंत्री जी लें संज्ञान
दरअसल, मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा है कि 'ये इंदौर की तस्वीरें हैं। डॉक्टरों की गलती ये थी कि वे कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने गए थे। सारी दुनिया जिस समय डॉक्टर को भगवान मान कर पूज रही है, उसी समय उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मारा गया। यह अब तक हिंदुस्तान के इतिहास की सबसे शर्मनाक तस्वीरें हैं।' इसको रिट्वीट कर मनु भाकर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और गृहमंत्री से संज्ञान लेने की अपील की।
कोरोना रिलीफ फंड में अपनी बचत से एक लाख रूपये का योगदान करने वाली शूटर मनु भाकर ने अपने ट्वीटर हैंडल पर विभिन्न पोस्टों के माध्यम से लोगों को घर पर रहकर कोरोना से लड़ने के लिए प्रेरित भी किया है। उन्होंने लिखा है, 'कोरोना वायरस की लड़ाई का नेतृत्व करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को आइए मिलकर सलाम करें। जो अपनी जान पर खेलकर पूरे देश को इस आपदा से बाहर निकालने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।'
युवा शूटर मनु भाकर ने पिछले दो साल में अपने खेल और प्रदर्शन से विश्व भर में खास पहचान बनाई है। अंतर-राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित स्पर्धाओं में काफी गोल्ड मेडल जीतने के कारण ही उन्हें गोल्डन गर्ल की पहचान मिली है। ओलंपिक की तैयारी में जुटी मनु भाकर के दादा, परदादा और नाना देश की सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। जबकि, मामा मौजूदा समय में भी सेना में सेवाएं दे रहे हैं।
मनु के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना फाइटर्स का हर हद तक सम्मान करने का आह्वान किया हैं और देश में ऐसा हो भी रहा है। लेकिन, अगर कही से इस तरह की तस्वीर आती हैं तो काफी बुरा लगता हैं, व्यवस्था को सख्ती से कदम उठाने चाहिए।