चढ़वाना गांव का बेटा रितेश कुमार बना लेफ्टिनेंट, लॉकडाउन के बाद बांटेंगे मिठाई
गांव चढ़वाना का लाडला रितेश कुमार लेफ्टिनेंट बन गया है। तीन पीढि़यों से देश सेवा में जुटे परिवार में खुशी का माहौल है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : गांव चढ़वाना का लाडला रितेश कुमार लेफ्टिनेंट बन गया है। तीन पीढि़यों से देश सेवा में जुटे परिवार में खुशी का माहौल है। हालांकि, कोरोना के इस समय में परिवार के सदस्य पासिग आउट परेड में नहीं पहुंच पाए। जिसका उन्हें बड़ा मलाल है।
पिता जितेंद्र सिंह के मुताबिक वे इस बात से ज्यादा खुश हैं कि संकट की इस घड़ी में चिकित्सक बेटी पहले ही देश की सेवा कर रही है और अब बेटा भी देश सेवा में जुट गया है। खुशी के इस समाचार पर बंटने वाले प्रसाद और मिठाई का कार्यक्रम भी परिवार लॉकडाउन के बाद ही करेगा। जितेंद्र सिंह कहते हैं कि मौजूदा समय में घर पर रहते हुए सुरक्षित रहना भी देश की सेवा से जुड़ा कार्य ही है। शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी आइएमए देहरादून में आयोजित पास आउट परेड में 333 ऑफिसर पास आउट हुए हैं। इनमें गांव चढवाना का बेटा रितेश कुमार भी है। समारोह में परिवार वाले कोरोना की वजह से शामिल नहीं हो सके। सैन्य अधिकारियों ने ही होनहारों को स्टार लगाए। इधर, परिवार को गर्व है कि बेटे ने गांव, प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। रितेश के दादा भी सेना से सेवानिवृत्त थे, पिताजी भी सेवानिवृत्त हैं। उनकी एक बहन रजनी डाक्टर और मां गृहिणी हैं। पिता जितेंद्र सिंह ने बताया कि देश के हालातों को देखते हुए उन्हें इस बार छुट्टी नहीं दी जा रही है। पास आउट परेड के बाद सीधा अपनी अपनी यूनिट में देश सेवा के लिए भेजा जा रहा है। इधर, लेफ्टिनेंट रितेश कुमार ने अपनी इस सफलता के पीछे अपने परिवार, गांव से जुड़े लोग एवं नानी का विशेष स्नेह बताया है।