30 एमओ व चार एसएमओ के पद रिक्त, कोरोना काल में बढ़ा अतिरिक्त बोझ
- जिले में 206 मेडिकल आफिसर के स्वीकृत पदों पर 176 की तैनाती - तीसरी लहर की संभावनाओं के मद्देनजर चाहिए अतिरिक्त स्टाफ
जागरण संवाददाता, झज्जर : कोरोना महामारी के दौर में हर किसी को किसी न किसी रुप में स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत पड़ी। मौजूदा समय में तीसरी लहर का भी व्यापक स्तर पर जिक्र हो रहा है। ऐसे में अगर जिला स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो स्वीकृत पदों के मुकाबले कम पदों पर ही स्टाफ तैनात है। चाहे मेडिकल आफिसर (एमओ) की बात हो या फिर सीनियर मेडिकल आफिसर (एसएमओ) की। दोनों ही पदों पर आवश्यकता से कम स्टाफ है। कम स्टाफ के साथ ही लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं देने की जिम्मेदारी भी मौजूदा स्टाफ पर है। हालांकि, विभाग द्वारा हर परिस्थिति में बेहतर सुविधा देने का दावा किया जा रहा है। ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। जबकि, रिक्त सीटों को भरने के लिए सरकार को भी लिखा गया है। बता दें कि जिले में 30 मेडिकल आफिसर और चार सीनियर मेडिकल आफिसर के पद रिक्त हैं। हालांकि डेंटल सर्जन के सभी पद भरे हुए हैं। उपलब्ध सुविधाओं के मामले में जिले की स्थिति को और अधिक मजबूत करने की जरूरत है। ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े। जिले की बात करें तो सबसे अधिक पद मेडिकल आफिसर से रिक्त हैं। जिले में मेडिकल आफिसर के 206 पद हैं, जिनमें से 176 पदों पर ही मेडिकल आफिसर तैनात हैं। इसके अलावा 30 पद अभी भी रिक्त हैं। जिला में चिकित्सकों की स्थिति
-मेडिकल आफिसर के कुल पद : 206
-जिले में तैनात मेडिकल आफिसर : 176
-एसएमओ के कुल पद : 18
-जिले में तैनात एसएमओ : 14
-जिले में डेंटल सर्जन के कुल पद : 35
-जिले में तैनात डेंटल सर्जन : 35
स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति
-कुल पीएचसी : 22
-कुल सीएचसी : 6
-सब डिविजन अस्पताल : 1
-नागरिक अस्पताल : 1
-जिला नागरिक अस्पताल : 1 जिले में चिकित्सकों व अन्य स्टाफ के जो भी पद रिक्त हैं, उनपर नियुक्ति के लिए सरकार को लिखा गया है। ताकि सभी पदों पर स्टाफ उपलब्ध रहे। अन्य जिलों के मुकाबले झज्जर की स्थिति काफी अच्छी है। मौजूदा स्टाफ के साथ ही बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास रहता है।
-डा. संजय दहिया, सीएमओ, झज्जर।