सातवें वेतन आयोग का लाभ दे सरकार
जागरण संवाददाता, झज्जर : राजकीय स्नातकोत्तर नेहरू महाविद्यालय, झज्जर के प्राध्यापकों ने बृहस्प
जागरण संवाददाता, झज्जर : राजकीय स्नातकोत्तर नेहरू महाविद्यालय, झज्जर के प्राध्यापकों ने बृहस्पतिवार को हरियाणा विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालय शिक्षक संघ के आह्वान पर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर परिसर में धरना दिया। स्थानीय इकाई के प्रधान धनपत ¨सह ने बताया कि अभी तक कालेज शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग का कोई लाभ नहीं दिया गया है। जिससे शिक्षकों में अत्याधिक रोष है और प्राध्यापकों की अन्य प्रमुख मांगों में 2006 के बाद नियुक्त प्राध्यापकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देना, पीएचडी तथा एम.फिल डिग्री धारकों को समुचित वित्तीय लाभ देना, सहायक प्राध्यापकों को टाईम स्केल प्रोमोशन देना, कॉलेजों में प्रोफेसरों के पद सृजित करना, हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों में सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष करना, प्राईवेट कॉलेजों में विभिन्न मेडिकल भत्तों का लाभ देना, फरवरी से जून 2006 के मध्य वेतनवृद्धि के पात्र प्राध्यापकों को एक अतिरिक्त वेतनवृद्धि का लाभ देना, सरकारी सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में 28 वर्ष की अपेक्षा 20 वर्ष में पूर्ण पेंशन का लाभ देना, सितम्बर 2009 के बाद नियुक्त प्राध्यापक, जिन्होंने बिना नेट के पीएचडी तथा एमफिल की है, उन्हें क्रमश: पांच तथा दो वेतनवृद्धियों का लाभ देना और विश्वविद्यालयों में स्ववित्तपोषित पदों को बजटयुक्त पदों में परिवर्तित करना सम्मिलित हैं। इस अवसर पर गणित प्राध्यापक डा. पुष्पेन्द्र कादयान को नेहरू कॉलेज की स्थानीय इकाई का प्रवक्ता नियुक्त किया गया। उन्होंने नई पेंशन योजना की खामियों के बारे में प्राध्यापकों को विस्तार से अवगत कराया तथा इस संबंध में 07 अक्टूबर को करनाल में आयोजित होने वाली रैली में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।
धरने में शिक्षक संघ के सचिव डा. अमित भारद्वाज, संयुक्त सचिव डा. योगेन्द्र रांगी, कोषाध्यक्ष सौरभ जैन, डा. डी.पी.शर्मा, डा. एसजेडएच नकवी, डा. रविकिरण मदान, डा. जसबीर कौर, डा. जगदीश राहड़, डा. सुरेन्द्र कुमार पूनिया, डा. प्रताप फलसवाल, डा. सुभाष फोगाट, डा. अजय कुमार, डा. ललित कुमार, डा. संदीप कुमार, संजीव कुमार, सुरीला, भूमिका, डा. स्वाति शर्मा, डा. तमसा, राकेश पसरीजा, अरविन्द कुमार, दीपक, सुरेन्द्र ¨सह नरवाल, सुनील कुमार तथा श्रीकृष्ण दूहण सहित सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे।