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एेसे करेंगे जेईई एडवांस की तैयारी तो आएगा मन मुताबिक रिजल्ट, पढ़ें विशेषज्ञों के टिप्स...

ही वह समय है जब आप आइआइटी जाने के अपने सपने को पूरा कर सकते हैं। इसलिए इस समय में विशेषज्ञों के टिप्स पर परीक्षा की तैयारी करें।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 18 May 2018 01:38 PM (IST)Updated: Sat, 19 May 2018 08:59 PM (IST)
एेसे करेंगे जेईई एडवांस की तैयारी तो आएगा मन मुताबिक रिजल्ट, पढ़ें विशेषज्ञों के टिप्स...
एेसे करेंगे जेईई एडवांस की तैयारी तो आएगा मन मुताबिक रिजल्ट, पढ़ें विशेषज्ञों के टिप्स...

जेएनएन, झज्जर। जेईई एडवांस की परीक्षा 20 मई को पहली बार ऑनलाइन होने जा रही है। परीक्षा में अब सिर्फ कुछ ही घंटों का समय शेष रह गया है। यही वह समय है जब आप आइआइटी जाने के अपने सपने को पूरा कर सकते हैं। इसलिए इस समय में विशेषज्ञों की नजर से समझना जरूरी हो जाता है कि आखिरी के समय में परीक्षा की तैयारी कैसे की जाएं। किन टिप्स को ध्यान में रखें, ताकि परिणाम आपकी सोच के मुताबिक आए। विभिन्न विषय विशेषज्ञों से हुई बातचीत में मूल रूप से यह निकलकर कर आया कि पुराने अनुभवों से सीख लेते हुए आगे बढ़ा जाए तो सफलता मिलना निश्चित है।

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बच्चों को सकारात्मक माहौल दें अभिभावक

मनोविज्ञान विशेषज्ञ डॉ. साधना गुप्ता के अनुसार, ये समय न सिर्फ स्टूडेंट्स बल्कि पैरेंट्स के लिए भी स्ट्रेसफुल रहता है। रिजल्ट कैसा आएगा, पसंदीदा इंस्टीट्यूट में एडमिशन मिलेगा या नहीं, घरवालों का क्या रिएक्शन होगा जैसे कई सवाल स्टूडेंट्स को परेशान करते हैं। इस समय पेरेंट्स को जिम्मेदारी समझते हुए बच्चों को पॉजिटिव माहौल देना चाहिए। बच्चे के साथ बेहतर कम्युनिकेशन ही एकमात्र उपाय है, जो उन्हें डिप्रेशन से दूर रख सकता है। बच्चे से जरूरत से ज्यादा उम्मीद न रखें। प्रेशर डालने के बजाय बच्चे की च्वाइस को ध्यान में रखकर करियर सलेक्शन में उनकी हेल्प करें।

इन बातों का रखें ध्यान

  • एक निश्चित समय पर थोड़ा ब्रेक लें, ब्रेक के दौरान खुद को तरोताजा करने के लिए आप संगीत सुन सकते हैं, टहल सकते हैं, ध्यान लगा सकते हैंया फिर से दोस्तों से बातचीत भी कर सकते हैं1
  • सोशल मीडिया और भटकाव संबंधी अन्य चीजों से भी बचने की हर मुमकिन कोशिश करें।
  • किसी से खुद की तुलना करना से बचें, इससे हौसला कमजोर पड़ता है और तैयारी के लिए प्रेरणा भी नहीं मिल पाती।
  • स्वस्थ रहे, बेहतर भोजन करना और पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। जंक फूड खाने से पूरी तरह परहेज करें. साथ ही, अगर आप ठीक से नींद नहीं लेते हैं, तो आप चिड़चिड़े हो जाएंगे।

ऐसे करें तैयारी

आइआइटी इंजीनियर विश्वेंद्र के मुताबिक यहां पर तीन बातों का रखें विशेष रूप से ख्याल रखना जरूरी है। जिसमें सभी चैप्टर और विषयों का क्विक रीविजन, मॉक टेस्ट पेपर को हल करने का अधिकाधिक प्रयास और परीक्षा प्रारूप के मुताबिक ज्यादा-से-ज्यादा तैयारी। इसी कड़ी में यह फोरमेट बनाते हुए करें तैयारी।

  1. मॉक टेस्ट : कोशिश करें कि इस दौरान आप करीब 25 प्रैक्टिस पेपर जरूर सॉल्व कर लें। इसके काफी फायदे होंगे। आपका दिमाग उस दिन के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएगा और सवालों को हल करने की क्षमता भी कई गुना बढ़ जाएगी।
  2. प्रैक्टिस करें : कोशिश करें कि जिन घंटों में टेस्ट दे रहे हैं उन्हीं घंटों का समय स्लैब लेते हुए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दें। चूंकि परीक्षा सुबह 9 से दोपहर 12 और दोपहर 2 से 5 बजे तक होनी है। इससे आपका आपका दिमाग उन्हीं घंटों में अपनी अधिकतम क्षमता पर काम करने का आदी हो जाएगा जो आपके परीक्षा का समय है।
  3. गलतियों को सुधारें : पहले टेस्ट को सुलझाए बिना अगले पर कतई नहीं जाएं। यह बहुत जरूरी है कि अगला टेस्ट लेने से पहले आप पिछले टेस्ट में की गई अपनी गलतियों को सुधार लें। गलतियों को सुधारने के लिए बार-बार किसी टॉपिक का रिविजन करना पड़े या अपने टीचर से मिलना पड़े तो कदम पीछे नहीं, आगे ही बढ़ाएं।
  4. रिविजन का समय : रिविजन के लिए निश्चित करें। बार-बार रिविजन करने से सोचने की और प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने की स्पीड बढ़ती है।

इन्हें भी आजमाएं

विशेषज्ञ नविंद्र कुमार के मुताबिक तीनों विषयों में अहम बिंदुओं को केंद्रित करते हुए तैयारी को अंतिम रूप दिया जाना चाहिए।

गणित

  • कॉम्पलेक्स नंबर्स, वेक्टर्स, 3डी व डेफिनिट इंटीग्रल की तैयारी को विशेष प्राथमिकता देने की जरूरत है।
  • अगर आप किसी फंक्शन के ग्राफ के रूप में कल्पना करने, वर्टिकल व हॉरिजेंटल ऑरिजन शिफ्ट को अप्लाई करने (जैसे जीरो ऑफ फंक्शंस व अन्य स्पेशफिक वैल्यूज) में सक्षम हैं, तो अल्जेब्रा के प्रश्नों को आसानी से हल कर पायेंगे।
  • खास ट्रिक्स का इस्तेमाल कर और इंटीग्रेबल फंक्शंस के कुछ बेसिक वैराइटीज को ध्यान में रखते हुए इंटीग्रल कैल्कुलस को आसान बनाया जा सकता है।

केमिस्ट्री

  • कन्संट्रेशन और एप्लीकेशन स्किल बढ़ाने पर हो विशेष जोर।
  • रिएक्शंस का करें खूब अभ्यास, जारी रखें रीविजन।
  • निर्धारित सिलेबस के कंसेप्ट की क्लेरिटी, एप्लीकेशन स्किल व अवेयरनेस पर फोकस जरूरी है।
  • रोजाना न्यूमेरिकल प्रश्नों का अभ्यास करें।
  • मोल कंसेप्ट, केमिकल इक्वीलिब्रियम व इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री जैसे टॉपिक की विशेष रूप से तैयारी करने की जरूरत है।

फिजिक्स

  • जरूरी है फार्मूलों को बारीक तैयारी।
  • फार्मूलों का डेरिवेशन सीखना अति आवश्यक।
  • स्कोरिंग टॉपिक पर हो विशेष निगाह।
  • निरंतर और समझदारी भरा अभ्यास है जरूरी।
  • फिजिक्स में मेकेनिक्स एक ऐसा टॉपिक है, जिसे ज्यादातर एक्सपर्ट कम स्कोरिंग मानते हैं। लेकिन, जेइइ एडवांस में इस टॉपिक से बड़ी संख्या में प्रश्न पूछे जाते हैं। ऐसे में इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
  • अच्छे प्रदर्शन के लिए फिजिक्स के अन्य महत्वपूर्ण और स्कोरिंग टॉपिक्स की भी तैयारी जरूरी है।

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