आसाराम पर फैसले को लेकर सतर्क रहा पुलिस-प्रशासन
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: दुष्कर्म के मामले में आसाराम पर बुधवार को आए अदालत के फैसले को लेकर पुलिस प्रशासन यहा पर पूरी तरह चौकस रहा। हालाकि कुछ भी अप्रिय नही हुआ। आसाराम के आश्रम पर गिनती भर अनुयायी भी नही पहुचे। यहा पर पुलिस ने नजर जरूर टिकाए रखी।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
दुष्कर्म के मामले में आसाराम पर बुधवार को आए अदालत के फैसले को लेकर पुलिस प्रशासन यहा पर पूरी तरह चौकस रहा। हालाकि कुछ भी अप्रिय नही हुआ। आसाराम के आश्रम पर गिनती भर अनुयायी भी नही पहुचे। यहा पर पुलिस ने नजर जरूर टिकाए रखी।
शहर में बामनौली रोड पर योग वेदात समिति के नाम से आसाराम का आश्रम है। फैसले के मद्देनजर बुधवार को पहले ही पुलिस ने इस पर निगरानी शुरू कर दी थी। सुबह में ही दो पुलिस कर्मियों को सादी वर्दी में तैनात किया या था। बाद में 7-8 अनुयायी यहा आश्रम में पहुचे। उन्होंने पहले हवन-यज्ञ किया। फिर आसाराम की तस्वीर के आगे खड़े होकर अदालत का फैसला पक्ष में आने की दुआ की, लेकिन ऐसा नही हुआ। अदालत ने आसाराम को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुना दी। कुछ भी अप्रिय नही हुआ : यहा पर आसाराम के अनुयायियों की संख्या तो अच्छी खासी है, लेकिन आश्रम पर भी बुधवार को इक्का-दुक्का ही पहुचे। फैसले के बाद यहा पर कुछ भी अप्रिय देखने को नहीं मिला। बताया जा रहा है कि अदालत के इस फैसले से अनुयायी घोर निराशा में डूबे हुए है। वहीं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना था कि कोई भी यदि कुछ गलत करता है, तो वह कानून का ही नही समाज का भी दोषी है। किसी नाबालिग के साथ इस तरह का घिनौना कृत्य होता है, तो दोषी कोई भी हो, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। वही शहर में भी दिन भर इस फैसले को लेकर चर्चा रही। वर्जन..
पुलिस की तरफ से इसको लेकर इतजाम किए गए थे। जहा किसी तरह की भीड़ एकत्रित होने का अंदेशा था, वहा पर पहले से निगरानी रखी जा रही थी। मगर कहीं पर भी अनुयायी एकत्रित नही हुए। सब कुछ शातिप्रिय रहा।
--लोकेंद्र सिंह, एएसपी, बहादुरगढ़।