फार्मासिस्टों का धरना जारी, वित्त मंत्री के खिलाफ की नारेबाजी
जागरण संवाददाता झज्जर अपनी मांगों को लेकर विरोध का रास्ता अख्तियार करने वाले फार्मासिस्
जागरण संवाददाता, झज्जर : अपनी मांगों को लेकर विरोध का रास्ता अख्तियार करने वाले फार्मासिस्टों की हड़ताल शनिवार को भी जारी रही। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात फार्मासिस्ट चल रही हड़ताल का समर्थन करने के लिए जिला मुख्यालय पर पहुंचे। कहा जा सकता है कि हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों में खासी दिक्कत बनने लगी है। चूंकि, जिला मुख्यालय पर पहले से ही हालात अच्छे नहीं है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली परेशानी से आमजन की परेशानी बढ़ाने का काम किया है। हालांकि, शनिवार को अन्य दिनों की अपेक्षा अस्पताल में मरीजों का दबाव कम रहा। लेकिन ऐसे में भी मरीजों को दवाई लेने में समय लगाया। जबकि कई दवा ऐसी भी रही कि जो उन्हें अस्पताल से उपलब्ध नहीं हो पाई। इधर, फार्मासिस्टों ने मांग उठाते हुए कहा कि मौजूदा समय में यह भी देखा जाना चाहिए कि अब अस्पतालों में दवा आखिरकार कौन बांट रहा है। यूनियन के आह्वार पर धरने पर बैठे फार्मासिस्टों ने बताया कि वे पिछले कई सालों से मांग अपनी रख रहे है। अधिकारियों के साथ कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है। लेकिन वो विफल रही। इस कारण हड़ताल बढ़ाई गई है। उनकी मुख्य मांगे फार्मासिस्ट का वेतनमान 4200 पे ग्रेड है। सरकार ने समान पैरा मेडिकल कैटेगरी का वेतनमान 4600 ग्रेड पे कर दिया है वहीं फार्मासिस्ट को 4200 पर ही रख दिया है जो गलत है। फार्मासिस्ट के ग्रेड पे 4600 पर मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्णतया सहमति जताते हुए स्वीकृति प्रदान कर दी है लेकिन वित्त विभाग उदासीन रवैया अपनाकर फार्मासिस्ट वर्ग को आंदोलन पर मजबूर कर रहा है।