दैनिक जागरण के अभियान से कदमताल हुई गांवों की पढ़ी-लिखी पंचायतें, पर्यावरण प्रदूषण रोकने की दिशा में बढ़े हाथ
जागरण संवाददाता, झज्जर : बदले हुए मौसम में जिस प्रकार का माहौल इन दिनों आन बना है। वह सभ
जागरण संवाददाता, झज्जर :
बदले हुए मौसम में जिस प्रकार का माहौल इन दिनों आन बना है। वह सभी के समक्ष है। चूंकि समस्या सामूहिक कारणों से है। इसलिए प्रयास भी उसी तरह से सामूहिक हो तो परिणाम सुखद आना स्वभाविक है। दैनिक जागरण जो कि पिछले कई दिनों इस अभियान को जन जन तक पहुंचाने के साथ साथ खास तौर पर उन लोगों के बीच लेकर पहुंच रहा है। जो कि जनता के नुमाइंदें है। इसी सोच को केंद्र में रखते हुए संवाद भवन में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने एक साथ हाथ बढ़ाते हुए कृत संकल्प लिया कि वह पराली नहीं जलाएंगे और पर्यावरण को स्वच्छ बनाएंगे। मौका जब खास रहा तो मुख्य अतिथि भी खास थे। बादली विस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव के सरपंचों के अलावा अन्य मौजिज लोग एवं प्रशासनिक अधिकारियों को कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने शपथ दिलाई। जबकि उपस्थित सभी शपथ ग्रहण के बाद शपथ पत्र भरते हुए अभियान के साथ कदमताल होने की बात दोहराई।
उपस्थितजनों ने दैनिक जागरण के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि जिस प्रकार से लगातार प्रयास करते हुए सरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर समाचार पत्र जब जनता के बीच पहुंचता है तो उससे बेशक ही समाज की सोच में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। जिला के अधिकारियों ने भी इस मौके पर कहा कि वे भी इस अभियान की सराहना करते है। चूंकि पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा हो या हवा की बात। सभी को संजीदा होना जरूरी है।
प्रदूषण की समस्या का मिलकर करना होगा निदान
पढ़ी-लिखी पंचायतें अब जागरूक है कि उन्हें किस दिशा में गांव के विकास को जोड़ना है। संवाद भवन में कैबिनेट मंत्री से चर्चा के दौरान जब बात पर्यावरण की आई तो यहां भी वह गंभीर दिखें और समय की जरूरत महसूस करते हुए बताया कि आज जो परिस्थिति हमारे सामने आई है। उसका निदान भी हम सभी को मिल जुलकर करना होगा। यहां उपस्थितजनों ने कहा कि वे अभियान से जुड़ते हुए लोगों को इस दिशा में जागरूक करेंगे कि किसानों को पराली जलाने की बजाय उसका उचित निपटान करना चाहिए। धान की कटाई के बाद बची पराली को पशुओं के चारे के रूप में प्रयोग करना चाहिए। किसान पराली को जलाने के बजाय जैविक खाद बनाकर उसका खेती में इस्तेमाल कर सकते है। जिससे जमीन की उर्वरक क्षमता बढ़ जाती है और पराली का उचित प्रबंध भी हो जाता है। किसान पराली को गोशालाओं में भी पराली को दान देकर भी पर्यावरण को प्रदूषण रहित बनाने में अहम भूमिका निभा सकते है।
ये रहे मौजूद
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सुशील सारवान, एसडीएम झज्जर रोहित यादव, एसडीएम बादली त्रिलोक चंद , नगराधीश अश्विनी कुमार, डीडीपीओ विशाल कुमार, कार्यकारी अभियंता युनुस खान, जिला परिषद के वाइस चेयरमैन योगेश सिलानी, बिजेंद्र मांडौठी सहित आकाश, नरेंद्र कुमार सरपंच शाहजहांपुर, सुभाष सरपंच बिलोचपुरा, जयप्रकाश, कर्ण ¨सह सरपंच ¨भडावास, कप्तान ¨सह सरपंच तुंबाहेड़ी, विजयपाल सरपंच कुलाना, सूरजमल सरपंच सिलाना, ईश्वर ¨सह सरपंच न्यौला, ईश्वर ¨सह सरपंच पटासनी, हरिश सरपंच ईंलोटा, रामानंद सरपंच औरंगपुर, राज कुमार सरपंच लाड़पुर, रामवीर सरपंच लुकसर, सत्यव्रत ¨सह जरदकपुर, चैनपाल पंच कुलाना, अमित सरपंच माजरी, राकेश सरपंच लौहट, वेदपाल सरपंच जहादपुर, महा¨सह सरपंच सुबाना, ओमप्रकाश नंबरदार दुबलधन व नरेंद्र सरपंच जटवाड़ा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।