निजीकरण का विरोध : सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा सहित अन्य कर्मचारी संगठनों ने रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल को दिया समर्थन
जागरण संवाददाता, झज्जर : निजीकरण के विरोध में सरकार और कर्मचारी खुलकर आमने-सामने आ
जागरण संवाददाता, झज्जर : निजीकरण के विरोध में सरकार और कर्मचारी खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। एक ओर सरकार के रूख को देखते हुए कर्मचारी भी पीछे जहां हटने के मूड में दिखाई नहीं दे रहे है। वहीं इसी सोच से दो कदम आगे बढ़ते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, हरियाणा कर्मचारी महासंघ, हरियाणा शिक्षक तालमेल कमेटी तथा हरियाणा कर्मचारी सयुंक्त मंच, पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर यूनियन ने रोडवेज कर्मचारियों का समर्थन करते हुए 30 और 31 अक्टूबर को दो दिवसीय हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है। जिसके चलते रोडवेज कर्मचारियों के भी हौंसले बुलंद हो गए हैं। हालांकि, यह भी देखने लायक पहलू होगा कि दो दिवसीय हड़ताल के आह्वान पर कितने कर्मचारियों का सहयोग यूनियन को मिलता है। उधर, रविवार को हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी के बैनर तले भी विभिन्न कर्मचारी और सामाजिक संगठनों ने श्रीराम पार्क में धरना देकर अपना विरोध जताया। पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर यूनियन की भी राज्यकारिणी की बैठक हुई है। जिसमें रोडवेज की हड़ताल सहित अन्य विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई। खास बात यह रही कि रविवार का पूरा दिन कर्मचारियों के नाम ही रहा। कहीं कर्मचारियों ने धरना दिया तो कहीं बैठक कर मंथन किया। इसके अलावा सड़कों पर उतर कर अपना विरोध दर्ज करवाते हुए कर्मचारी दिखाई दिए। उधर, कर्मचारियों के मूड को देखते हुए खुफिया विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट पर रहा और पल-पल के घटनाक्रम की रिपोर्ट से अपने अधिकारियों को अपडेट देते रहे। ---पीडब्लयूडी मैकेनिकल वर्कर यूनियन ने बनाई रणनीति
स्थानीय जलघर परिसर में हरियाणा गर्वमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर यूनियन राज्यकारिणी की बैठक प्रांतीय प्रधान विरेंद्र ¨सह डगवाल की अध्यक्षता में हुई। जबकि संचालन महासचिव सीलक राममलिक ने किया। बैठक में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में 30 और 31 अक्टूबर को दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया है। सरकार को चेतावनी देते हुए विरेंद्र ¨सह ने कहा कि अगर सरकार रोडवेज कर्मचारियों की मांगे जल्द पूरा नहीं करती है तो हड़ताल अनिश्चितकालीन समय के लिए कर दी जाएगी। जिसकी जिम्मेवारी सरकार स्वयं होगी। बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की पेयजल तथा सीवरेज के कार्यों को नगर निगम को हस्तांतरित करने के विरोध 19 और 20 नवंबर को भूख हड़ताल करने और 27 नवंबर को पंचकूला मुख्यालय का घेराव करने का भी निर्णय लिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 12 टीमों का गठन किया गया है। बैठक को वित सचिव बुधराम, वरिष्ठ उप-प्रधान गंगाराम, विरेंद्र शर्मा, जय भगवान दहिया, दरियाव ¨सह, राजेंद्र कुमार, सतीश अहलावत, जयपाल, रवींद्र शर्मा के अलावा जिला प्रधान नवीन सहित संगठन से जुड़े हुए पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। --रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, हरियाणा कर्मचारी महासंघ, हरियाणा शिक्षक तालमेल कमेटी तथा हरियाणा कर्मचारी सयुंक्त मंच सहित सरकारी, अर्ध-सरकारी, बोर्ड, निगम, परिषद, नगर निगम, नगरपालिका, पंचायती राज सहित सभी विभागों के लाखों कर्मचारी 30 और 31 अक्टूबर को दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। अगर सरकार फिर भी निजीकरण के फैसले का रद्द नहीं करती है तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी।
---राजेंद्र जुलाना, राज्य सचिव हरियाणा कर्मचारी महासंघ