आइएमए के आह्वान पर निजी अस्पतालों में बंद रही ओपीडी
साथ ही इसे गैर जमानती अपराध की मांग भी हो रही है।
साथ ही इसे गैर जमानती अपराध की मांग भी हो रही है। फोटो : 19 से 21 जागरण संवाददाता, झज्जर : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के आह्वान पर शुक्रवार को दो बजे तक ओपीडी बंद रही। आइएमए के जिला सचिव डा. राकेश गर्ग ने बताया कि अस्पतालों में बढ़ती हिसा के चलते 14 से 17 जून तक सभी जिलों में आइएमए से जुड़े निजी अस्पतालों में दो-दो घंटे यानि सुबह आठ से 10 बजे तक ओपीडी बंद रखी थी। मौजूदा समय में पूरे देश में चिकित्सकों के खिलाफ हिसा हुई है। इसलिए, हिसा करने वाले लोगों के खिलाफ केंद्रीय कानून को आइपीसी की धारा में जोड़ने की मांग की जा रही है। साथ ही इसे गैर जमानती अपराध की मांग भी हो रही है। बाबा रामदेव के वैक्सीन न लगवाने के बयान पर उनकी गिरफ्तारी की मांग प्रमुखता से की जा रही है। बॉक्स :
किए गए विरोध में आइएमए की ओर से सदस्यों, डाक्टरों और उनके अस्पतालों पर होने वाले हमले का विरोध जताया गया और उनको रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की असफलता पर चिता जाहिर की। काले बैज एवं काला मास्क लगाकर उन्होंने अपना विरोध व्यक्त किया। उनकी मांगों में केंद्रीय अस्पताल और चिकित्सा सुरक्षा आइपीसी और सीआरपीसी टैग के साथ, प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाएं, अस्पतालों को सेफ जोन घोषित किया जाए व किसी भी तरह के हमले के दोषियों को शीघ्र कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। ओपीडी बंद रहने के दौरान निजी अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को परेशानी भी हुईं। चिकित्सकों के वहां पर मौजूद नहीं रहने के कारण अस्पताल खाली दिखाई दिए।