किसानों के लिए परेशानी बनी ऑनलाइन प्रणाली, बुधवार को खरीदा 1632 क्विटल बाजरा
झज्जर ऑनलाइन प्रणाली किसानों के लिए परेशानी बनी हुई है। रजिस्ट्रेश
जागरण संवाददाता, झज्जर :
ऑनलाइन प्रणाली किसानों के लिए परेशानी बनी हुई है। रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद भी टोकन कटने के समय किसानों का बाजरा कम दिखाया जा रहा है। जिससे किसानों के सामने बाजरे को सरकारी भाव पर बेचने तक भी समस्या पैदा होती दिखाई दे रही है। हालांकि, बुधवार को झज्जर अनाज मंडी से वेयर हाउस द्वारा 1632 क्विटल बाजरे की खरीद की गई। गांव खुंगाई निवासी ओम ने बताया कि उसके पिता रिछपाल के नाम से उन्होंने 11 एकड़ बाजरे का रजिस्ट्रेशन करवाया था। अब मात्र डेढ़ एकड़ का ही दर्शाया जा रहा है। 12 क्विटल बाजरा खरीद का टोकन काटा है। अब उसे करीब आधा बाजरा मंडी से वापस घर लेकर जाना पड़ेगा। वहीं खेत में खड़े बाजरे की बिक्री पर भी संकट छा गया है।
खुंगाई निवासी रामचंद्र ने बताया कि उसने 17 एकड़ बाजरे का रजिस्ट्रेशन करवाया था। लेकिन अब 11 एकड़ ही दर्शाया जा रहा है। वहीं शीले ने बताया कि उसने 14 एकड़ के बाजरे का रजिस्ट्रेशन करवाया था। अब मात्र साढ़े 4 एकड़ ही दर्शाया जा रहा है। वे अपनी समस्या को लेकरअधिकारियों से मिल चुके हैं। लेकिन कोई समाधान नहीं कर रहे। वेयर हाउस के मैनेजर कुंवर राजेश तंवर ने बताया कि बुधवार को उनकी टीम ने 1632 क्विटल बाजरा खरीदा है। किसानों की सुविधा को देखते हुए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। बाजरा खरीदने पहुंची टीम में गोरख कादिया व दीपक सुहाग भी शामिल रहे।