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..नहीं हो पा रहा समाधान, आखिर कहां पर करें शिकायत, समस्या देखने के लिए मौके पर आईए जनाब

जागरण संवाददाता, झज्जर : रविवार बसंत पंचमी के मौके पर गौशाला में कार्यक्रम है। तैयारियां

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Feb 2019 11:41 PM (IST)Updated: Thu, 07 Feb 2019 11:41 PM (IST)
..नहीं हो पा रहा समाधान, आखिर कहां पर करें शिकायत, समस्या देखने के लिए मौके पर आईए जनाब
..नहीं हो पा रहा समाधान, आखिर कहां पर करें शिकायत, समस्या देखने के लिए मौके पर आईए जनाब

जागरण संवाददाता, झज्जर : रविवार बसंत पंचमी के मौके पर गौशाला में कार्यक्रम है। तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। गौशाला प्रांगण एवं कार्यक्रम स्थल से जुड़े कार्य अपने अंतिम चरण में है। लेकिन ठीक गौशाला के बाहर का क्षेत्र गंदगी और जमा हुए गंदे पानी के कारण इस हद तक प्रभावित हो चुका है कि लोगों का यहां से पैदल निकलना दूभर हो गया है। बाहर ही गौशाला की कुछ दुकानें भी है। अक्सर यहां पर जमा रहने वाली गंदगी के कारण इन दुकानों को भी कोई किराए पर नहीं लेता। गौशाला को इससे भी प्रतिमाह हजारों रूपये का नुकसान हो रहा है। ऐसा नहीं है कि यह समस्या अकेले गौशाला से जुड़ी हो। साथ ही में बाबा प्रशादगिरी मंदिर, एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, वैदिक कन्या स्कूल, राजकीय प्राथमिक पाठशाला सहित अन्य शैक्षणिक संस्थाओं एवं मुख्य बाजार को जोड़ने वाली इस सड़क से रोजाना सैंकड़ों लोग होकर गुजरते हैं। स्थानीय स्तर पर गौशाला की ओर से उपायुक्त सोनल गोयल के यहां लिखित शिकायत की जा चुकी है। लेकिन पालिका प्रबंधन के स्तर पर लापरवाही का आलम ऐसा है कि समस्या सामने होते हुए भी इसका समाधान नहीं किया जा रहा। धरातल पर कोई ठोस कदम ही नहीं उठाया जा रहा है। विषय उठाए जाने के बाद सिर्फ दो कर्मचारी आते हैं और नाली में गंदगी निकालकर बाहर ही डाल जाते हैं। जिससे परेशानी पहले से ज्यादा बढ़ जाती है। कारण कि नालियों से निकलने वाले गंदे पानी के सड़क पर आ जाने के कारण सैंकड़ों लोगों को उसके बीच से होकर गुजरना पड़ता है। जबकि साथ की दुकानों तक से रास्ता नहीं होने के कारण उनके कारोबार पर भी विपरित असर पड़ने लगा है। -----जलभराव की समस्या नहीं हो रहा समाधान प्रशासनिक स्तर पर उठाए जाने वाले कदम में आज तक इनका ना तो कोई तकनीकी ढंग से समाधान ढूंढ़ा गया और ना कोई वैकल्पिक स्तर पर। बस, शिकायत होने के बाद पालिका स्तर से कोई प्रतिनिध मौका मुआयना करने के लिए आता है तो इन्हें ही सलाह थमा कर चला जाता है। जो कि इनकी पीड़ा को नासूर बना रहा है। लोगों का कहना है कि धार्मिक एवं शैक्षणिक स्थानों को जोड़ने वाली सड़कों पर ही अगर सफाई पालिका से नहीं करवाई जा सकती तो इतने बड़े बड़े दावे किसलिए किए जाते हैं। मंदिर क्षेत्र से लेकर शंकराचार्य चौक तक बनने वाली जलभराव की समस्या का आज तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि शहर के अन्य क्षेत्रों की बात हो तो ठीक-ठाक गलियों को भी बगैर जरूरत के तोड़कर दोबारा से बनाया जा रहा है। यह हो सकता है समाधान :

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- सड़क के दोनों ओर की नालियों में जमा हुआ गंद इस हद तक बढ़ गया है कि पानी सड़क के बराबर आने लगा है। ऐसी सूरत में जब नालियां बिल्कुल साफ हो जाए और नियमित रूप से स्टॉफ की ड्यूटी सफाई के लिए लगा दी जाए तो काफी हद तक राहत मिल जाएगी। जिससे उक्त सभी संस्थाओं तक पहुंचने वाले लोगों को कोई दिक्कत ही नहीं होगी। ---संस्था के स्तर पर बनी हुई यह समस्या पिछले कई वर्षो से चली आ रही है। इस समस्या के कारण जहां गौशाला की दुकानें भी किराए पर नहीं चढ़ पा रही है। वहीं, गौशाला सहित अन्य संस्थाओं में आने वाले श्रद्धालु भी अब हिचकने लगे हैं। इस सूरत में कोई समाधान नहीं दिख रहा। हर स्तर पर शिकायत की जा चुकी है। बसंत पंचमी के दिन कैबिनेट मंत्री के आने का कार्यक्रम है, उनके समक्ष समस्या को रखते हुए समाधान की उम्मीद की जा रही है।

---संजय गोयल, गौशाला पदाधिकारी ---गंदे पानी के जमा होने के कारण बाहर खड़े नहीं हो सकते। स्थानीय कारोबारियों को नुकसान तो हो ही रहा है। पैदल आने-जाने वाले लोगों के लिए मार्ग से होकर गुजरना बड़ी समस्या है। ठोस एवं प्रभावी कदम उठाए जाने की दरकार है।

----बलबीर ¨सह, गौशाला प्रतिनिधि


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