स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ सामंजस्य रखेंगे नोडल अधिकारी
बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाना ही प्रशासन का लक्ष्य है जिसे टीम वर्क के साथ निभाया जाएगा। डीसी जितेंद्र कुमार शुक्रवार को लघु सचिवालय सभागार में कोविड-19 से बचाव के लिए गठित नोडल अधिकारियों की टीम की कार्यशाला में विचार रख रहे थे।
जागरण संवाददाता, झज्जर : बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाना ही प्रशासन का लक्ष्य है जिसे टीम वर्क के साथ निभाया जाएगा। डीसी जितेंद्र कुमार शुक्रवार को लघु सचिवालय सभागार में कोविड-19 से बचाव के लिए गठित नोडल अधिकारियों की टीम की कार्यशाला में विचार रख रहे थे। दो सत्रों में आयोजित हुई इस कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग की टीम सहित नोडल अधिकारियों को स्वास्थ्य सुरक्षा के रूप में दी गई सामाजिक जिम्मेवारी को प्रभावी ढंग से निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया गया। ग्राऊंड स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोत्तरी करते हुए प्रभावित लोगों तक पहुंचने के लिए जिला झज्जर को 41 अलग-अलग सेक्टर में बांटते हुए प्रशासनिक नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम जहां सेंपलिग प्रक्रिया को अमल में लाते हुए कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में मददगार बनेंगी।वहीं प्रशासनिक नोडल अधिकारी की जिम्मेवारी रहेगी कि कोरोना संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति तथा उक्त क्षेत्र में किसी भी प्रकार से कोई असुविधा न हो। सैंपलिग, होम आइसोलेशन व कंटेनमेट जोन को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है और आमजन को किसी प्रकार से भी असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। नोडल अधिकारियों व स्वास्थ्य टीम के नंबर उक्त स्थानों पर प्रचारित किए जाएंगे। स्लम एरिया में नियमित 200 स्वास्थ्य टीम दे रही हैं दस्तक :
डीसी ने बताया कि झज्जर जिला में कोरोना संक्रमण चक्र को तोडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष रूप से स्लम एरिया में 200 टीम कार्य शुरू कर रही हैं। एक टीम की ओर से प्रतिदिन 50 घर को कवर किया जा रहा है। ऐसे में कोरोना पोजिटिव केस को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क एवं सजग है। नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जहां कहीं भी कोई कोरोना संक्रमित केस सामने आता है तो हर पहलू का ध्यान रखते हुए प्रभावित क्षेत्र में सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। संबंधित एसडीएम की देखरेख में नोडल अधिकारी कार्य करेंगे। गतिविधियों की मोनिटरिग के लिए जिला कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जा रहा है। मेडिकल सेवा सहित आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता पर रहे नजर : जिला को 41 सेक्टर में योजनागत तरीके से बांटा गया है। सैंपल कलेक्शन सेंटर के साथ ही कोविड केयर सेंटर पर भी स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ नोडल अधिकारी अपना दायित्व निभाएंगे। साथ ही कंटेनमेट जोन बनने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जहां स्वास्थ्य जरांच प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी वहीं नोडल अधिकारी उक्त क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सहित डय़ूटी मजिस्ट्रेट की जिम्मेवारी भी निभाएंगे। इस अवसर पर एडीसी जगनिवास, एसडीएम बेरी डा.राहुल नरवाल, सीटीएम डा.सुभिता ढाका, एसडीएम बहादुरगढ़ तरूण पावरिया, एसडीएम झज्जर शिखा, एसडीएम बादली विशाल, डिप्टी सीएमओ डा.मनोज सैनी, डा.सरिता गौरी, कार्यकारी अभियंता के.एस.पठानिया सहित अन्य नोडल अधिकारी मौजूद रहे।