मांगों को लेकर नप कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
नप कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
जागरण संवाददाता,झज्जर : नप कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसके माध्यम से उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करें। बता दें कि वीरवार को प्रदेश के पांच जिलों झज्जर, भिवानी, चरखी दादरी, सोनीपत व रोहतक में कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन के बाद ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, ठेका प्रथा खत्म करने व समान काम समान वेतन देने की मांग रखी गई है। अगर सरकार मांग नहीं मानती है तो 10 दिसंबर को भाजपा के सांसद व विधायकों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। साथ ही जनवरी में करनाल में बड़ी बैठक करके आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा।
नगर पालिका कर्मचारी संघ के जिला प्रधान राजेंद्र तुषामड़, झज्जर इकाई के प्रधान शिवम, बहादुरगढ़ इकाई प्रधान राजपाल, झज्जर इकाई उप प्रधान कुलदीप, गौरव, विकास, रवि, सोनू, सुरेश कुमार, राजो, बबीता, सुनीता, अंजू, बबली, कांता, कमलेश, मनीषा व गीता आदि वीरवार को लघु सचिवालय के बाहर ग्रीन बेल्ट में एकत्रित हुए। यहां से नारेबाजी करते हुए डीसी कार्यालय तक पहुंचे। ज्ञापन के माध्यम से मांग करते हुए कहा कि कोरोना से मरने वाले कर्मचारियों के आश्रितों को 50 लाख रुपये आर्थिक सहायता राशि दी जाए, 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता दिया जाए, ईपीएफ व ईएसआइ की कटी हुई राशि कर्मचारियों के खाते में जमा की जाए, क्षेत्रफल व आबादी के अनुपात में नए पद सृजित कर नियमित भर्ती की जाए, हटाए गए कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखा जाए। इन सभी मांगों को पहले भी सरकार के समक्ष रख चुके हैं, लेकिन सरकार ने केवल आश्वासन ही दिया है। मांगों को मानने का आश्वासन देने के बाद भी पत्र जारी नहीं किया गया। इसलिए कर्मचारियों में रोष बढ़ रहा है। रोष स्वरूप विरोध प्रदर्शन करते हुए सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही कहा कि जल्द से जल्द मांग पूरी नहीं की गई तो वे कड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे।