सांसद दीपेंद्र ¨सह ने उठाई मनरेगा मजदूरों की मांग
जागरण संवाददाता, झज्जर : सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा ने वर्तमान सरकार पर मजदूरों के हको
जागरण संवाददाता, झज्जर : सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा ने वर्तमान सरकार पर मजदूरों के हकों का हनन करने का आरोप लगाया है। मजूदरों की मांगों का समर्थन करने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे सांसद उस समय तक मौके पर डटे रहे जब तक सभी आवेदन पत्र जमा नहीं हो गए। उपस्थित लोगों का ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे एसडीएम विजय ¨सह मलिक के समक्ष ही उन्होंने लोगों को कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर एक निश्चित आय का प्रावधान किया जाएगा। मनरेगा में मिलने वाली मजदूरी के दिनों में बढ़ोत्तरी करने के साथ ही वे हर संभव प्रयास करेंगे कि लोगों को किसी भी स्तर पर अपनी मांगों को मनवाने के लिए यहां तक नहीं आना पड़े। जिससे जरूरतमंद तबके से जुड़े लोगों को दिक्कत नहीं हो। हुड्डा ने सरकार को चेताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार पिछले लगातार चार वर्षों से निरंतर मजदूरों के हकों का हनन कर रही है। मनरेगा जैसी योजना के बूते अपना घर चलाने वाले मजदूरों के परिवारों की स्थिति ऐसी हो गई है कि वह आज रोजी-रोटी को मोहताज हो गए हैं। वे सोमवार को झज्जर लघु सचिवालय के साथ स्थित हुड्डा मार्केट में एकत्रित हुए मनरेगा के मजदूर को समर्थन देने के लिए पहुंचे थे। बड़ी संख्या में एकत्र हुए मजदूरों में झज्जर, बेरी, बादली, मातनहेल और साल्हावास ब्लॉक से जुड़े से लोग शामिल रहे। भीड़ अधिक हो जाने तथा कार्यक्रम के दौरान माहौल अव्यवस्थित भी हुआ। हुड्डा ने कहा कि भाजपा का गरीब विरोधी चेहरा सभी के सामने है और हरियाणा सरकार की गरीब विरोधी मानसिकता के कारण मनरेगा जैसी योजनाओं का फायदा गरीब आदमी को नहीं मिल रहा है। बदलाव का समय आ गया है और गरीब वोट की चोट से अपने हितों की रक्षा करेगा। आरोप लगाते हुए सांसद ने कहा कि सरकार ने सोच-समझ कर कांग्रेस के समय शुरु की गई लोक-कल्याण की योजनाओं को एक-एक कर, बंद करने का काम किया है। आज हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े गरीब को भी अपने हक के लिए लड़ाई लड़नी पड़ रही है। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि मनरेगा के तहत 100 दिन के रोजगार की गारंटी का प्रावधान है पर भाजपा के राज में पूरे झज्जर जिला में 26 परिवारों को ही 100 दिन का रोजगार मिला है जबकि कांग्रेस के राज में यह संख्या 570 थी। 2013-14 में पूरे जिले में 6,52,578 दिनों का रोजगार दिया गया था जो 2017-18 में यह केवल 2,12,951 दिन रह गया है, जो एक तिहाई से भी कम है। प्रदेश में मनरेगा का बुरा हाल है और मनरेगा के तहत मिलने वाले काम में कमी आई है। साल 2013-14 में मनरेगा के तहत 1 करोड़ 17 लाख दिनों का रोजगार दिया गया था जो 2017-18 में घटकर 90 लाख रह गया है।
पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा कि 100 गज की प्लाट योजना में चार लाख परिवारों को घर बनाने के लिए जमीन दी गई पर भाजपा ने सत्ता में आते ही इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया। गरीबों का एक वर्ग भाजपा के झूठे जुमलों और वादों में आ गया था। लेकिन आज प्रदेश का हर वर्ग अब भाजपा की हकीकत समझ चुका है और वक्त आने पर भाजपा की गरीब विरोधी नीतियों का जवाब देगा। सोमवार को जिला मुख्यालय पर काफी संख्या में विभिन्न खंडों से जुड़े मजदूर अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर पहुंचे थे। इन लोगों ने यहां घंटों अपनी मांगों को लेकर धरना दिया और यह अपनी मांगों का ज्ञापन देने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर आने की मांग रखे हुए थे। काफी समय बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन की तरफ से यहां इन मनरेगा मजदूरों का ज्ञापन लेने के लिए कोई नहीं आया। जिस पर पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक गीता भुक्कल यहां पहुंची और उन्होंने प्रशासनिक स्तर पर बातचीत की। जिस पर एसडीएम विजय ¨सह मलिक मौके पर पहुंचे। बाद में विशेष तौर पर इनका समर्थन करने के लिए पहुंचे सांसद हुड्डा ने अपने संबोधन में शासन व प्रशासन को जमकर कोसा। इस मौके पर उनके साथ एडवोकेट राज ¨सह जाखड़, सांसद के मीडिया प्रभारी एडवोकेट विकास अहलावत, पूर्व विधायक नरेश शर्मा, मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन नरेश हसनपुर, जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक धनखड़, जेपी कादियान, सुनील जाखड़, वीरेंद्र दरोगा, देवेंद्र यादव, शिशुपाल मलिक, राव नाहर ¨सह, राजेश चाहार सिलानी, सुनील कौशिक आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।