जूनियर एशियन चैंपियनशिप में मातनहेल के विशाल पहलवान ने जीता ब्रांज
संवाद सूत्र साल्हावास पिछले दिनों थाईलैंड में हुई जूनियर एशियन चैंपियनशिप के 125 किलोग्र
संवाद सूत्र, साल्हावास : पिछले दिनों थाईलैंड में हुई जूनियर एशियन चैंपियनशिप के 125 किलोग्राम भार वर्ग में गांव मातनहेल के लाडले विशाल पहलवान ने ब्रांज मैडल हासिल करते हुए जिला का नाम देश में रोशन किया है। विजेता विशाल पहलवान के वापस लौटने के बाद अखाड़े में साथी पहलवानों तथा ग्रामीणों द्वारा जोरदार ढंग से स्वागत किया।
विशाल पहलवान के पिता कुलदीप पहलवान ने कहा कि उनका सपना है बेटा भारत देश के लिए खेलें और ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाकर अपने जिले का नाम रोशन करें। विशाल बचपन से ही पहलवानी करता है और खेल के प्रति जज्बे को देखते हुए गोधड़ी के कैप्टन जोरा सिंह के अखाड़े में पहलवानी के गुर सीखने के लिए भेजा हुआ है। कैप्टन जोरा सिंह पहलवान की देख रेख में तैयार हो रहे युवा पहलवान के अभी तक के प्रदर्शन को देखते हुए कहा जा सकता है कि भविष्य में वह भारत को ओलंपिक में गोल्ड जरूर दिलाएगा। ---पिता ने पहलवानी के बाद की देश सेवा खुद भी एक पहलवान रह चुके कुलदीप ने बताया कि वह देश की सेवा कर चुके हैं, सूबेदार के पद से रिटायर होकर आए हैं। प्रयास है कि बेटा कड़ी मेहनत के बूते देश को गोल्ड मैडल दिलाए। कुलदीप पहलवान ने बताया कि सबसे पहले पूना में हुई मिट्टी की कुश्ती में विशाल पहलवान ने पंजाब के मशहूर पहलवान जस्सा पट्टी को हराकर भारत केसरी का खिताब अपने नाम किया था, इससे पहले विशाल ने हरियाणा सरकार द्वारा कराई गई प्रतियोगिता में हरियाणा केसरी का खिताब अर्जित किया था। हिमाचल में महा दंगल में भारत के जाने-माने पहलवान मौसम खत्री को हराकर विशाल ने 201000 की कुश्ती का नगद इनाम जीत कर भारत केसरी का खिताब दोबारा से अपने नाम किया। अब अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में गांव का नाम रोशन करने वाले विशाल पहलवान का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया है। इस अवसर पर मोनू ठेकेदार, सोनू ठेकेदार, जगबीर प्रधान, कैप्टन जोरा सिंह, धन्ना पहलवान, रणवीर पहलवान गांधी, दिनेश पहलवान, दयानंद साहब, अजीत सिंह मास्टर, अनिल मुख्य रूप से मौजूद रहे।