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अनाज मंडियों में रखे 30 फीसद से अधिक बाजरे को उठान का इंतजार

बाजरा उठान धीमा होने के कारण मंडियां बाजरे से भरने लगी हैं। धीमा उठान किसानों व आढ़तियों दोनों के लिए परेशानी बना हुआ है। फिलहाल जिले भर की मंडियों में 30 फीसद से अधिक बाजरा उठान का इंतजार कर रहा है। लेकिन उठान धीमा होने के कारण लगातार मंडियों में पड़े बाजरे की मात्रा में इजाफा होता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 09:50 AM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 09:50 AM (IST)
अनाज मंडियों में रखे 30 फीसद से अधिक बाजरे को उठान का इंतजार
अनाज मंडियों में रखे 30 फीसद से अधिक बाजरे को उठान का इंतजार

जागरण संवाददाता, झज्जर : बाजरा उठान धीमा होने के कारण मंडियां बाजरे से भरने लगी हैं। धीमा उठान किसानों व आढ़तियों दोनों के लिए परेशानी बना हुआ है। फिलहाल जिले भर की मंडियों में 30 फीसद से अधिक बाजरा उठान का इंतजार कर रहा है। लेकिन उठान धीमा होने के कारण लगातार मंडियों में पड़े बाजरे की मात्रा में इजाफा होता जा रहा है। उठान नहीं होने तक किसानों को भी उनका भुगतान नहीं हो पा रहा। इसलिए किसान भी भुगतान के इंतजार में बैठे हैं।

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1 अक्टूबर से जिला की मंडियों में बाजरे की खरीद चल रही है। इसके तहत वीरवार को जिले की नौ मंडियों में कुल 2 हजार 575 टन बाजरे की खरीद हुई। इसमें से सबसे अधिक खरीद झज्जर मंडी में 904 टन व सबसे कम बेरी मंडी में 14 टन बाजरा खरीदा गया। वहीं अब तक कुल 38 हजार 714 टन बाजरे की खरीद हुई है। इसमें से सबसे अधिक खरीद झज्जर मंडी में 10 हजार 595 टन व सबसे कम बादली मंडी में 707 टन बाजरा खरीदा गया है। अब तक 26 हजार 817 टन बाजरे का उठान हुआ है। जिसमें से सबसे अधिक उठान मातनहेल मंडी में 6900 टन व सबसे कम पाटौदा मंडी में 370 टन। वहीं अब तक 69.27 फीसद बाजरे का उठान हुआ है, जिसमें से सबसे अधिक 90.21 फीसद बाहदुरगढ़ मंडी में व सबसे कम पाटौदा मंडी में 42.77 फीसद का उठान हो पाया है।

बाजरा खरीद की स्थिति

मंडी वीरवार को खरीद कुल खरीद उठान

मातनहेल 715 9636 6900

झज्जर 904 10595 6571

ढाकला 640 5510 2816

बेरी 14 4686 3775

बहादुरगढ़ 32 981 885

छारा 28 2621 2312

माजरा-डी 61 3113 2680

बादली 60 707 508

पाटौदा 121 865 370

कुल 2575 38714 26817

नोट : सभी आंकड़े टन में हैं। -बाजरे का उठान काफी धीमा है। जिस कारण मंडी में बाजरे के ढेर लगे हुए हैं। वहीं उठान नहीं होने तक किसानों को भी पैसे नहीं मिलेंगे। इसलिए उठान तेज किया जाए। ताकि किसानों को समय पर बाजरे का भुगतान हो सके। साथ ही हर रोज आने वाले बाजरे को डालने के लिए स्थान भी मिलता रहे। उठान तेज करने को लेकर वे अधिकारियों से भी मिल चुके हैं।

सतबीर सिंह मल्हान, प्रधान, आढ़ती एसोसिएशन, झज्जर अनाज मंडी।


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