बाजरा खरीद शेड्यूल में किसानों की कम संख्या बनी परेशानी
बाजरा खरीद के दौरान लगातार गेटपास के लिए जारी शेड्यूल में किसानों की संख्या बढ़ाने की मांग उठ रही है। लेकिन अभी तक आढ़तियों की मांग के अनुसार किसानों की संख्या नहीं बढ़ पाई है। जिस कारण बाजरा खरीद प्रक्रिया भी धीमी चल रही है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : बाजरा खरीद के दौरान लगातार गेटपास के लिए जारी शेड्यूल में किसानों की संख्या बढ़ाने की मांग उठ रही है। लेकिन, अभी तक आढ़तियों की मांग के अनुसार किसानों की संख्या नहीं बढ़ पाई है। जिस कारण बाजरा खरीद प्रक्रिया भी धीमी चल रही है। प्रशासन ने खरीद के लिए जिला में नौ मंडियां बनाई हुई है। इन सभी नौ मंडियों में बाजरा खरीद के लिए सोमवार को 574 किसानों का शेड्यूल जारी किया जा रहा है। इनमें से सबसे अधिक किसान झज्जर मंडी में 210 दर्शाए जा रहे हैं। जबकि, आढ़तियों के अनुसार इनमें को काफी किसान मातनहेल मंडी के हैं, जो यहां झज्जर मंडी में दर्शाए जा रहे हैं। इसलिए झज्जर मंडी में आने वाले किसानों की संख्या काफी कम बच जाती है। झज्जर से विधायक गीता भुक्कल व बादली से विधायक कुलदीप वत्स भी प्रशासन व सरकार से किसानों की संख्या बढ़ाने की मांग उठा चुके हैं। अभी तक इस ओर कोई सकारात्मक पहल नजर नहीं आ रही। बता दें कि प्रदेशभर की मंडियों में 1 अक्टूबर से बाजरे की सरकारी खरीद शुरू हुई थी। अब तक जिला की नौ मंडियों में कुल 13 हजार 434 मीट्रिक टन बाजरे की खरीद हो चुकी है। जिसमें से 9 हजार 971 मीट्रिक टन बाजरे का ही उठान हो पाया है। फिलहाल 3 हजार 463 मीट्रिक टन बाजरा मंडियों में ही रखा है। आढ़ती बाजरे का उठान भी तेज करने की मांग कर रहे हैं। ताकि अगर मौसम खराब हुआ और बरसात आती है तो बाजरा खराब ना हो।
ये हुई बाजरा की खरीद
मंडी कुल खरीद कुल उठान
मातनहेल 2934 2450
झज्जर 3231 2449
ढाकला 1558 1022
बेरी 2577 1630
बहादुरगढ़ 648 645
छारा 933 920
माजरा-डी 1333 773
बादली 149 82
पाटौदा 71 00
कुल 13434 9971
नोट : सभी आंकड़े मीट्रिक टन में हैं। ये हैं गेटपास के लिए किसानों की स्थिति
मंडी किसानों की संख्या
बहादुरगढ़ 53
बेरी 120
छारा 35
माजरा-डी 31
झज्जर 210
बादली 20
मातनहेल 79
ढाकला 22
पाटौदा 4
कुल 574
नोट : मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के आधार पर जारी गेटपास की लिस्ट। बार-बार कहने के बाद भी गेटपास के लिए जारी शेड्यूल में किसानों की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही। दिखाने के लिए तो 210 किसानों का शेड्यूल जारी हो गया। लेकिन, आधे से अधिक किसान मातनहेल से जुड़े हुए है। जबकि, मातनहेल मंडी के किसानों का शेड्यूल अलग जारी किया जाए। रोजाना कम से कम 400-500 किसानों का शेड्यूल जारी किया जाए।
सतबीर सिंह मल्हान, आढ़ती प्रधान, अनाज मंडी, झज्जर।