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बरसात में ओवरफ्लो नहीं होगी कसार ड्रेन, सिचाई विभाग की ओर से बढ़ाई जाएगी क्षमता

- एचएसआइआइडीसी व एचएसवीपी का डिस्चार्ज बढ़ा तो सिचाई विभाग ने लिया कसार ड्रेन की क्षमता बढ़ाने का निर्णय

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 06:20 AM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 06:20 AM (IST)
बरसात में ओवरफ्लो नहीं होगी कसार ड्रेन, सिचाई विभाग की ओर से बढ़ाई जाएगी क्षमता
बरसात में ओवरफ्लो नहीं होगी कसार ड्रेन, सिचाई विभाग की ओर से बढ़ाई जाएगी क्षमता

- एचएसआइआइडीसी व एचएसवीपी का डिस्चार्ज बढ़ा तो सिचाई विभाग ने लिया कसार ड्रेन की क्षमता बढ़ाने का निर्णय - तीन करोड़ 49 लाख रुपये की लागत हो बढ़ाई जाएगी इस ड्रेन की क्षमता, लगाया टेंडर जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

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गांव कसार, टांडाहेड़ी व आसपास के क्षेत्रों में बरसात के समय अब कसार ड्रेन ओवरफ्लो नहीं होगी। इसके लिए सिचाई विभा की ओर से कसार ड्रेन की क्षमता बढ़ाई जाएगी। तीन करोड़ 49 लाख रुपये की लागत से इस ड्रेन की क्षमता 70 क्यूसिक से बढ़ाकर 135 क्यूसिक की जाएगी। साथ ही ड्रेन को आवश्यकता अनुसार कई जगहों पर पक्का किया जाएगी। केसीबी (कुलताना, छुडानी-बुपनिया) ड्रेन में गिरने से पहले कसार ड्रेन में गेट भी लगाया जाएगा ताकि बरसात के समय केसीबी ड्रेन का पानी इस ड्रेन में बैक ना मार सके। केसीबी ड्रेन में पानी की मात्रा बढ़े तो कसार ड्रेन का गेट बंद करके इसे रोका जा सके। कसार ड्रेन की क्षमता बढ़ाने, गेट लगाने व जगह-जगह से पक्का करने के लिए सिचाई विभाग ने टेंडर लगा दिया है। बहुत जल्द ही ड्रेन की क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम शुरू कर दिया जाएगा। सिचाई विभाग का मानना है कि बरसात से पहले ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा।

दरअसल, कसार ड्रेन की क्षमता 70 क्यूसिक पानी की है। इस ड्रेन में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) और हरियाणा राज्य औद्योगिक संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) का शोधित पानी भी डाला जाता है। एचएसआइआइडीसी की ओर से 30 तो एचएसवीपी की ओर से 25 क्यूसिक ट्रीटमेंट प्लांट का शोधित पानी डाला जाता है। ऐसे में बरसात के समय ड्रेन में पानी की मात्रा बढ़ जाती और यह ओवरफ्लो हो जाती है। इस कारण ड्रेन का पानी गांव कसार के खेतों के साथ-साथ टांडाहेड़ी व आसपास के खेतों में भर जाता है, जिससे लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। लोगों की मांग पर सिचाई विभाग की ओर से इस ड्रेन की क्षमता बढ़ाने का काम सिचाई विभाग की ओर से किया जा रहा है, जिसके लिए विभाग ने तीन करोड़ 49 लाख रुपये का टेंडर भी लगाया है। सिचाई विभाग की ओर से ड्रेन की क्षमता बढ़ाने के लिए बंटवारे के अनुसार एचएसआइआइडीसी व एचएसवीपी से भी एक-एक करोड़ से ज्यादा राशि ली है। वर्जन..

कसार ड्रेन की क्षमता बढ़ाने के लिए टेंडर लगा दिया गया है। तीन करोड़ 49 लाख रुपये की राशि ड्रेन की क्षमता बढ़ाने पर खर्च की जाएगी। बहुत जल्द ही यह काम शुरू हो जाएगा। बरसात से पहले यह काम पूरा कर लिए जाने की संभावना है।

-महेंद्र पाल तंवर, कार्यकारी अभियंता, सिचाई विभाग, बहादुरगढ़।


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