शहीद परिवार को मिलने वाली सम्मान निधि को 50 लाख से बढ़ाकर देश में सबसे ज्यादा किया जाए : दीपेंद्र हुड्डा
- विधानसभा सत्र में कांग्रेस के सभी विधायक मिलकर उठाएंगे मांग - दलगत राजनीति से
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- विधानसभा सत्र में कांग्रेस के सभी विधायक मिलकर उठाएंगे मांग
- दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सकारात्मक कदम सरकार उठाए सरकार
- गांव भदानी में शहीद सार्जेंट विक्रांत सहरावत के शहादत दिवस पर किया मूर्ति का अनावरण जागरण संवाददाता, झज्जर :
पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बृहस्पतिवार को गांव भदानी के शहीद सार्जेंट विक्रांत सहरावत की शहादत दिवस के अवसर पर उनकी मूर्ति का अनावरण किया और माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर शहीद के परिवार को नमन किया। दीपेंद्र हुड्डा ने शहीदों द्वारा अपने देश के लिये अपना सब कुछ न्यौछावर करके दी गयी कुर्बानी को याद भी किया। इस दौरान कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।
अपनी बात रखते हुए हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने शहीद परिवार को 50 लाख रुपये की सम्मान निधि देने की नीति बनायी थी। ये राशि उस समय पूरे देश में सबसे ज्यादा थी। पिछले कुछ वर्षों में देश के अन्य राज्यों की सरकारों ने इस सम्मान निधि को आगे बढ़ाने का काम किया। लेकिन, हरियाणा में इसमें कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर शहीद परिवार को मिलने वाली सम्मान निधि को बढ़ाया जाए और इसे एक बार फिर से पूरे देश में सबसे ज्यादा किया जाए। उन्होंने हरियाणा सरकार की पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक गीता भुक्कल से आग्रह किया कि विधानसभा का सत्र चल रहा है और सभी विधायक मिलकर इस मसले को विधानसभा में उठाएं और सरकार पर दबाव बनाएं ताकि सरकार सकारात्मक कदम उठाने को बाध्य हो। बॉक्स :दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि देश के लिये शहीद सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके परिवार वालों का मान-सम्मान सबसे ऊपर है। हमारे देश की फौज ने हमेशा दुश्मनों को ऐसा जवाब दिया कि उसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनी गयी। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि देश की सेवा के लिये शहादत देने वाले अमर शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिये आगे आयें। साथ ही उन्होंने स्थानीय विधायक तथा प्रशासनिक अधिकारियों से भी अनुरोध किया कि शहीद स्मारक पर ऐसा पार्क बनवाया जाए जिससे कि लोग दूर-दूर से उसे देखने आयें और उन्हें प्रेरणा मिले। इस पर सभी ने सकारात्मक ढंग से सहमति जतायी। बता दे कि विक्रांत की शहादत के बाद सम्मान की राशि नहीं मिलने एवं अन्य मांगों के पूरा नहीं होने के विषय को लेकर परिवार के लोगों ने गांव के प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलकर नाराजगी भी व्यक्त की थी। पुण्य तिथि के मौके पर प्रतिमा स्थापित हो जाने के दौरान परिवार सहित ग्रामीण काफी भावुक दिखाई दिए। आज भी युवाओं द्वारा गांव में तिरंगा यात्रा भी निकाली।