फास्टैग पर बनी गफलत, वसूले जा रहे अलग-अलग दाम
फास्टैग के वाहनों की संख्या तो धीरे-धीरे बढ़ तो रही है मगर इस नियम को लागू किए जाने के 15 दिन बाद भी वाहन चालक गफलत में हैं। 15 दिसंबर से पहले तो बहुत से वाहन चालकों को फास्टैग मुफ्त मिला मगर अब इसके दाम वसूले जा रहे हैं। इसकी बिक्री कर रही हर एजेंसी अपने हिसाब से दाम ले रही है। शहर की कुछ मोबाइल शॉप पर भी इसकी बिक्री हो रही है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : फास्टैग के वाहनों की संख्या तो धीरे-धीरे बढ़ रही है, मगर इस नियम को लागू किए जाने के 15 दिन बाद भी वाहन चालक गफलत में हैं। 15 दिसंबर से पहले तो बहुत से वाहन चालकों को फास्टैग मुफ्त मिला, मगर अब इसके दाम वसूले जा रहे हैं। इसकी बिक्री कर रही हर एजेंसी अपने हिसाब से दाम ले रही है। शहर की कुछ मोबाइल शॉप पर भी इसकी बिक्री हो रही है।
वाहन चालकों को परेशानी इस बात से भी हो रही है कि जब फास्टैग की कीमत ही ली जा रही है तो फिर उसकी दो गुना सिक्योरिटी राशि क्यों ली जाती है। फिलहाल शहर के कई मोबाइल शॉप पर पेटीएम की तरफ से फास्टैग दिया जा रहा है। इसकी एवज में 500 रुपये लिए जा रहे हैं। इसमें 100 रुपये फास्टैग की कीमत है। 250 रुपये सिक्योरिटी राशि के हैं। ऐसे में 500 में से मात्र 150 रुपये का बैलेंस ही मिल रहा है। शहर की शॉप से फास्टैग खरीदने वाले रवींद्र ने बताया कि जब फास्टैग की कीमत ली गई है तो फिर 250 रुपये सिक्योरिटी राशि लेने का औचित्य नहीं बनता। इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। उधर, रोहद टोल पर अब फास्टैग लगे वाहन बढ़ने लगे हैं। इसका आंकड़ा रोजाना की क्रासिग में छह से बढ़कर करीब नौ हजार तक पहुंच गया है। फिलहाल कैश की लेन 15 जनवरी तक चालू रखने के आदेश हैं। उधर, दो एजेंसियों के पास फास्टैग का स्टॉक पहुंच गया है। बीच में फास्टैग की किल्लत के बाद अब एयरटेल और आइएचएमसीएल की तरफ से बिक्री काउंटर लगाए जा रहे हैं। शनिवार को भी दोनों एजेंसियों की तरफ से फास्टैग बेचे गए। जबकि बैंकों की ओर से भी केवल उन्हीं वाहन चालकों को फास्टैग बेचे जा रहे हैं, जिनका उनके यहां खाता है। मगर यह शर्त पूरी करने के बाद भी फास्टैग तीन से चार सप्ताह में आ रहा है। अभी तक बिके हैं साढ़े 11 हजार फास्टैग
रोहद टोल पर अभी तक करीब 11 हजार फास्टैग बिके हैं। जबकि 24 घंटे में इस टोल से औसतन 19 हजार वाहनों की क्रासिग होती है। शुरुआत में फास्टैग के छह हजार वाहनों की क्रासिग हो रही थी। मगर अब यह संख्या लगभग नौ हजार तक पहुंच गई है। रोजाना 300 से ज्यादा वाहनों पर दोगुना टोल लग रहा है। वजह यह है कि फास्टैग लेन से दोगुना टोल देकर ही क्रासिग हो सकती है। इस लेन के काउंटर पर सामान्य पर्ची काटने का सिस्टम ही नहीं है। वर्जन..
कैश की लेन 15 जनवरी तक चालू रखने के आदेश हैं। उसके बाद क्या रहेगा, इसको लेकर अभी आदेश नहीं आए हैं।
- नागेंद्र सिंह, मैनेजर रोहद टोल प्लाजा।