एमआइई पार्ट बी की तरफ बार्डर पर अवैध रूप से चल रहा भवन निर्माण सामग्री का कारोबार, कार्रवाई के लिए एसडीएम को लिखा पत्र
- बार्डर पर निर्माण सामग्री लाने वाले ट्रक डंफर व अन्य वाहन कर रहे टोल टैक्स की चोरी
- बार्डर पर निर्माण सामग्री लाने वाले ट्रक, डंफर व अन्य वाहन कर रहे टोल टैक्स की चोरी - एडवोकेट आरबी यादव ने बताया कि इन अवैध स्टाक की वजह से खेती को भी पहुंच रहा बड़ा नुकसान जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र (एमआइई) पार्ट बी के साथ लगते दिल्ली-हरियाणा बार्डर के खेतों में भारी संख्या में लोगों द्वारा भवन निर्माण सामग्री का कारोबार किया जा रहा है। भवन निर्माण सामग्री का यह कारोबार आमजन के साथ-साथ खेती को भी नुकसान पहुंचा रहा है। खेती योग्य जमीन पर चल रहा यह कारोबार पूरी तरह अवैध है। साथ ही भवन निर्माण सामग्री ढोने वाले ट्रक, डंपर व अन्य वाहन खेतों के रास्ते यहां पहुंच रहे हैं, जिससे टोल टैक्स की भी चोरी हो रही है। साथ ही टैक्स के रूप में राजस्व को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इससे सरकार को भी नुकसान है। साथ ही इन वाहनों के कारण बाईपास पर सेक्टर-नौ मोड़ से लेकर झाड़ौदा बार्डर तक हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। इससे वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन सब परेशानियों को लेकर बहादुरगढ़ चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री एसोसिएशन के सदस्य एडवोकेट आरबी यादव ने एसडीएम को पत्र लिखकर इस दिशा में कार्रवाई करने की मांग की है। एडवोकेट आरबी यादव ने बताया कि एमआइई पार्ट बी के साथ दिल्ली हरियाणा सीमा पर पीवीसी मार्केट के रास्ते पर भारी संख्या में लोगों ने रेती, रोड़ी, डस्ट आदि का कारोबार शुरू कर लिया है। खेती योग्य जमीन पर यह कारोबार किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह अवैध है। इससे आसपास के क्षेत्र में धूल उड़ती रहती है। भवन निर्माण सामग्री से संबंधित भारी वाहन यहां से गुजरते रहते हैं। इससे छोटे वाहन चालकों को परेशानी होती है। दिल्ली सीमा की तरफ ये वाहन कच्चे रास्ते से जाते हैं, जिससे सरकार को टोल टैक्स व अन्य टैक्स की मद से भारी मात्रा में राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। ये वाहन आते-जाते समय सेक्टर नौ मोड़ से लेकर बाईपास की सर्विस लेन व कच्चे रास्ते पर खड़े रहते हैं, जिससे यहां पर झाड़ौदा बार्डर तक जाम की स्थिति हर समय बनी रहती है। एडवोकेट आरबी यादव ने बताया कि इस मामले को लेकर थाना शहर पुलिस की एमआइई चौकी व यातायात थाना पुलिस को भी शिकायत दी गई थी, मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने एसडीएम से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।