अगर आपके पास भी क्रेडिट कार्ड है तो हो जाएं सचेत, एेसे हो रही ठगी
बिना ओटीपी कार्ड नंबर और मोबाइल पर मैसेज आए उपभोक्ता के हजारों रुपये निकाल दिए गए। साइबर सेल मामले की जांच कर रही है।
जेएनएन, झज्जर। डिजिटल दौर में साइबर अपराधी ठगी के नए-नए तरीकों से लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ा रहे हैं। क्रेडिट कार्ड को हैक कर ठगी का एक ऐसा ही केस सामने आया है। जिसमें न तो कार्ड का गोपनीय पिन पूछा गया, न ही कार्ड नंबर और न ही मोबाइल पर आया हुआ ओटीपी कोड। रात साढ़े 11 बजे के दौरान हुए लेन-देन के दौरान कार्ड भी उपभोक्ता के पास ही था।
आशंका है कि कॉर्ड का क्लोन तैयार करते हुए खाते में से यह पैसे निकाले गए। बहरहाल, उपभोक्ता की ओर से शहर थाना में अपनी शिकायत दे दी गई है। 38 हजार रुपये से अधिक की राशि की ठगी होने की बात सामने आई है, जबकि 60 हजार से अधिक राशि की एक अन्य ट्रांसजेक्शन कंट्रोल रूम में मौजूद रही टीम के सक्रिय रहने के चलते ब्लॉक कर दी गई।
बिना ओटीपी पूछे ही खाते में से उड़ाई नकदी
पुलिस को शिकायत देने वाले उपभोक्ता आर्यनगर निवासी विनोद कुमार ने बताया कि शुक्रवार की रात 11.33 बजे से उनके क्रेडिट कार्ड से डॉलर, यूरो तथा इंडियन रुपयों में लेन-देन होना शुरू हो गया। होने वाले इस लेन-देन की जानकारी कंट्रोल रूम से आए एक फोन से उस दौरान पता चली, जब उन्होंने यह पूछा कि लेन-देन आप कर रहे हैं या कोई अन्य।
विनोद ने बताया कि वे अपने घर पर ही है। न तो उन्होंने कोई लेन-देन किया है और न उनसे किसी ने ओटीपी आदि पूछा है। ऐसे में कंट्रोल रूम की मदद से क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। राहत की बात यह रही कि उस समय तक विनोद के खाते में एक लाख रूपये से अधिक की लिमिट शेष थी।
हैकर इसमें से 38800 रुपये ही निकाल पाए। शेष राशि क्रेडिट कार्ड के ब्लॉक कर दिए जाने के चलते बच गई। बहरहाल, बगैर किसी तरह के इनपुट दिए कार्ड से राशि चले जाने के घटनाक्रम से विनोद काफी परेशान है। उन्होंने शिकायत देते हुए आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।
किस प्रकार से लेन-देन हुआ और कहां पर हुआ। इस विषय में अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस को शिकायत दे दी गई है। समय रहते हुए कंट्रोल रूम के स्तर मिली मदद के कारण नुकसान ज्यादा होने से बच गया।
इस तरह से बचें उपभोक्ता
- कस्टमर केयर कभी भी उपभोक्ता को फोन कर गोपनीय पिन, एटीएम, क्रेडिट कार्ड की डिटेल नहीं पूछते हैं।
- किसी को भी बैंक खाता, एटीएम से संबंधित जानकारी शेयर नहीं करें।
- फेसबुक अकाउंट में जन्म तारीख वाले ऑप्शन पर ओनली मी ही रखें, इसे पब्लिक करने से बचें।
- जीमेल, फेसबुक, नेट बैंकिंग करते समय रिमेंबर पासवर्ड ऑप्शन पर क्लिक नहीं करें।
- एटीएम कार्ड में पीछे की तरफ ऑनलाइन खरीदारी के लिए दिए गए पिन नंबर को मिटा दें या किसी भी सूरत में शेयर नहीं करें।
- इंटरनेट पर अकाउंट ओपन करते समय प्रश्नों के सही-सही उत्तर नहीं दें।
- अधिक शब्द वाले उत्तर अपडेट करते रहें।
- एटीएम पासवर्ड या नेट बैंकिंग पासवर्ड स्पेशल कैरेक्टर्स और न्यूमेरिक्स के कॉम्बिनेशन से बनाएं।