हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी ने चार दिन और बढ़ाई हड़ताल की अवधि, विभाग की बढ़ी ¨चता
जागरण संवाददाता, झज्जर : सरकार की सख्ती के बावजूद भी रोडवेज कर्मचारी पीछे हटने का नाम
जागरण संवाददाता, झज्जर : सरकार की सख्ती के बावजूद भी रोडवेज कर्मचारी पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे है। हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी ने 4 दिनों तक हड़ताल की अवधि और बढ़ा देने से विभाग की ¨चता को और बढ़ा दिया है। विभागीय स्तर पर बसों को चलाने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने लगे है। हड़ताल के दसवें दिन 78 बसे सड़कों पर उतरी और अपने निर्धारित रूटों पर समयानुसार रवाना हुई। लंबे रूटों पर भी बसों को भेजा गया। उधर, चालक- परिचालक भर्ती के लिए आवेदन करने का अंतिम दिन होने के कारण युवाओं की खूब भीड़ उमड़ी। स्थिति यह थी कि जहां फार्म जमा करवाने का समय सांय 4 बजे तक होता था अंतिम दिन समय को बढ़ाकर 6 बजे तक कर दिया गया। फिर भी आवेदक आते रहने के कारण सभी के फार्म एकत्रित कर लिए गए। अंतिम दिन तक चालक पद के लिए 1276 और परिचालक पद के लिए 1271 फार्मों की गिनती की जा चुकी थी। बल्कि अन्य की गणना आभी जारी है। उधर, हड़ताल के कारण विभाग और सरकार को निरंतर राजस्व का नुकसान हो रहा है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल बस स्टेंड परिसर में मौजूद है। ---रोडवेज बसों में कम दिखाई दे रही है लोगों की भीड़ विभाग द्वारा आमजन को राहत देने के लिए निरंतर रोडवेज की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके चलते रोडवेज बसों की संख्या में ईजाफा भी हो रहा है। बृहस्पतिवार को भी 78 बसें सड़कों पर उतरी और विभिन्न रूटों पर रवाना हुई। लेकिन एक खास बात यह देखने को मिली कि निजी बसों में जहां यात्रियों की भीड़ दिखाई दी। वहीं रोडवेज बसों में पहले की अपेक्षा कम भीड़ रही। रोडवेज बसों में पास होल्डर विद्यार्थी और नौकरी पेशा लोगों को ज्यादा सफर करते देखा गया। ---रोडवेज संगठन के कर्मचारियों ने बना रखी है बस स्टैंड परिसर से दूरी रोडवेज संगठन से जुड़े हुए कर्मचारियों और पदाधिकारियों के चेहरों पर उदासी साफ देखी जा सकती है। चेहरे पर उदासी के भाव के साथ सर्वकर्मचारी संघ के बैनर तले अपना आक्रोश भी जाहिर कर रहे है। लेकिन इन कर्मचारियों ने बस स्टेंड परिसर से दूरी बनाई हुई है। बस स्टेंड परिसर स्थित सभी यूनियनों के कार्यालयों पर ताले लगे हुए है। चालक- परिचालक भर्ती के लिए आवेदन करने वाले युवाओं की गणना नहीं की जाए तो अन्य दिनों की अपेक्षा बस स्टेंड परिसर में चहल-कदमी भी कम ही दिखाई दे रही है।