बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दें शिक्षक : उपायुक्त सोनल
जागरण संवाददाता, झज्जर : उपायुक्त सोनल गोयल ने कहा कि अध्यापक बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उ
जागरण संवाददाता, झज्जर : उपायुक्त सोनल गोयल ने कहा कि अध्यापक बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास पर भी ध्यान दें। ताकि वे अच्छा नागरिक बनकर राष्ट्र की उन्नति में अपना योगदान दे सकें। गोयल मंगलवार को संवाद भवन में शिक्षा विभाग की ओर से सेफ स्कूल, सेफ चाईल्ड विषय पर आयोजित एक दिवसीय वर्कशाप में स्कूलों के मुखियाओं व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा व देखभाल जरूरी है। उपायुक्त ने कहा कि बच्चों पर अध्यापकों का अपेक्षाकृत अधिक प्रभाव होता है, ऐसे में अध्यापक बच्चों के व्यवहार का ध्यान रखते हुए समय समय पर उन्हें उचित माहौल प्रदान करें। उन्होंने कहा कि बच्चा प्रतिदिन छह से लेकर आठ घंटे तक का समय स्कूलों में बिताता है,इस अवधि के दौरान उसकी सोच को विकसित करने का कार्य अध्यापकों पर निर्भर करता है। डीसी ने कहा कि एक बच्चे को महान नागरिक बनाने में माता पिता के बाद शिक्षण संस्था का अहम योगदान होता है। उन्होंने संस्थान में कार्यरत अध्यापकों का आह्वान किया कि वे बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिये गुणवत्ता परक शिक्षा मुहैया करवाना सुनिशित करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय डिजिटल की ओर बढ़ रहा है,इंटरनेट के माध्यम से कंप्यूटर पर एक क्लिक करते ही हर क्षेत्र की जानकारी हमारे सामने होती है। डिजिटल दौर में हमारे जीवन में बहुत सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। बच्चों में मोबाइल की प्रवृति बढ़ी है,जिसके चलते बच्चों में अच्छाई के साथ-साथ कुछ गलत परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। जोकि समाज के लिए ¨चतनीय है। हमे बच्चों की हर गतिविधि पर भी नजर रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले का ¨लगानुपात वर्ष 2011 में ¨चताजनक था जो कि वर्ष 2017 में 920 प्रति हजार के पार पंहुच गया है। इस दौरान उन्होंने शिक्षा एवं कौशल विकास को लेकर आधुनिक डिजिटल उपकरणों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी लतिका ने पोस्को एक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बच्चों को भी अनेक अधिकार प्राप्त हैं,ऐसे में उन्हें उचित माहौल दिया जाए। वर्कशाप में उप जिला शिक्षा अधिकारी नवीन नारा,सुरेंद्र चौहान,मानव मिश्रा,आरती आहलुवालिया,डा. कुणाल बंसल, सुरेश बाल्याण,के अलावा खंड शिक्षा अधिकारी, स्कूल हेड मास्टर,¨प्रसिपल,बाल संरक्षण इकाई के प्रतिनिधि उपस्थित थे।