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स्कूलों में पहले दिन अपडेट नहीं हो पाए परिवार पहचान पत्र, पोर्टल रहा बंद

-2 सितंबर तक चलनी है प्रक्रिया स्कूलों में आए अभिभावक वापस लौटे

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 07:00 AM (IST)
स्कूलों में पहले दिन अपडेट नहीं हो पाए परिवार पहचान पत्र, पोर्टल रहा बंद
स्कूलों में पहले दिन अपडेट नहीं हो पाए परिवार पहचान पत्र, पोर्टल रहा बंद

-2 सितंबर तक चलनी है प्रक्रिया, स्कूलों में आए अभिभावक वापस लौटे

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जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

राजकीय स्कूलों में परिवार पहचान पत्र बनाने के लिए विशेष कैंप तो मंगलवार से शुरू हो गए, मगर पहले दिन तो पोर्टल ही बंद रहा। ऐसे में यहां पर बुलाए गए बच्चों के अभिभावकों को कई घंटे के इंतजार के बाद वापस लौटना पड़ा। यह प्रक्रिया 2 सितंबर तक चलनी है, लेकिन पहला दिन तो बिना काम हुए ही बीत गया। खास बात यह है कि दो दिन पहले तो प्रशासन की ओर से स्कूलों से केवल बच्चों के सूची ग्रुप बनाकर मांगी गई थी। ये सूची भी भेजी गई। मगर एक दिन पहले प्रशासन की ओर से स्कूल स्टाफ को ही यह समूची प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई। आनन-फानन में हुई व्यवस्था, मगर बंद पोर्टल ने रोका काम :

स्कूलों को आदेश दिए गए हैं कि इसके लिए संसाधन और स्टाफ का जिम्मा उन्हीं का है। कोरोना से एहतियात को लेकर प्रशासन की ओर से स्कूलों को बजट अलॉट जरूर किया गया है। इससे स्कूलों को सैनिटाइजर और अन्य चीजें खरीदनी हैं। मगर इस प्रक्रिया को लेकर अध्यापकों को अनुभव नहीं हैं। सवाल उठा कि बिना किसी ट्रेनिग के कैसे करेंगे। अनेक स्कूलों में कंप्यूटर भी ठीक नहीं थे। स्कैनर और प्रिटर की व्यवस्था भी करनी पड़ी। पहले दिन दोपहर तक तो संसाधन ही जुटाए जा सके। जब प्रक्रिया शुरू की गई तो पोर्टल नहीं चला। रेलवे रोड पर स्थित राजकीय स्कूल में काफी अभिभावकों को बुलाया गया था। यहां पर करीब 900 बच्चे हैं। मगर पोर्टल न चलने से परिवार पहचान पत्र अपडेट नहीं हो पाए। ज्यादातर जगह ऐसा हुआ। 2 सितंबर तक चलेगी प्रक्रिया :

प्रशासन की ओर से बताया गया है कि जिन कर्मचारियों की आइडी पर परिवार पहचान पत्र का लिक आएगा, ऐसे सभी कर्मचारियों की सूची विभाग द्वारा विद्यालयों को भेजी जा रही है। सभी विद्यालय मुखिया यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी अभिभावक अपने साथ बच्चों को न लाए। परिवार पहचान पत्र का कार्य वरिष्ठ व उच्च विद्यालयों के साथ प्राइमरी विद्यालयों का कार्य भी इन्हीं के प्रांगण में होगा। विद्यालय में जो विद्यार्थी एनरोल हैं चाहे उनकी रिहायश प्रदेश की हो या बाहर की, सबका डाटा ऑनलाइन करवाना होगा। दस्तावेज वेरिफिकेशन का कार्य तकनीकी स्टाफ को छोड़कर अन्य सदस्यों द्वारा किया जाना अनिवार्य है। 21 वर्ष से अधिक उम्र के सभी परिवार सदस्यों के लिए वोटर कार्ड संख्या, बैंक अकाउंट संख्या भरना अनिवार्य है। यदि परिवार में कोई दिव्यांग है तो डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट भी पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। किसी परिवार का राशन कार्ड है तो उनके लिए राशन कार्ड संख्या भरना अनिवार्य है। जिन आप्शन पर स्टार लगा हुआ है वे सभी भरने अनिवार्य हैं। पूरा फॉर्म भरने के बाद सबमिट किया जाएगा। प्रिट आउट लेकर अभिभावक के हस्ताक्षर के बाद फिर स्कैन करके पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। आगामी 2 सितंबर तक प्रतिदिन प्रात: 8 बजे से सायं 5 बजे तक यह प्रकिया चलेगी। वर्जन..

पहले दिन यदि विशेष कैंपों में पोर्टल नहीं चले, तो यह तकनीकी दिक्कत है। इस बारे में पता किया जा रहा है। सभी स्कूलों को निर्धारित अवधि में यह प्रक्रिया पूरी करनी है।

--जगनिवास, एडीसी, झज्जर


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