हसनपुर निवासी मिन्तलाल के मरणोपरांत करवाया गया नेत्र दान
जागरण संवाददाता झज्जर नेत्र दान करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। ऐसा ही पुण्य का कार्य
जागरण संवाददाता, झज्जर : नेत्र दान करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। ऐसा ही पुण्य का कार्य मिन्तलाल सुपुत्र रामकुमार हसनपुर के हिस्से में आया है। गौरतलब है कि पूरा जीवन सामाजिक व आध्यात्मिक कार्यों में लीन रहने वाले मिन्तलाल ने 5 जुलाई 2014 को नेत्रदान संकल्प फॉर्म भरा था। 24 मार्च को अपनी सांसारिक यात्रा को पूरा करने से पहले किए गए संकल्प के तहत ही उनके नेत्रदान का कार्य परिवार की ओर से पूरा करवाया गया। मिन्तलाल अपने पीछे पुत्र प्रोफेसर प्रदीप, समाज सेवी प्रवीण जांगड़ा, स्वास्थ्य विभाग में जिला अर्श काउंसलर संदीप जांगड़ा सहित एक बेटी के साथ भरा-पूरा परिवार छोड़ कर गए हैं। किए गए इस कार्य को मास्टर ब्रह्मानन्द, जोगेंद्र चेयरमैन, डावला के पूर्व सरपंच राजेंद्र प्रसाद, सरपंच संदीप खरब, पूर्व सरपंच मास्टर रामचंद्र, जयकरण, प्रियव्रत जांगड़ा, अजीत जांगड़ा, सुनील जांगड़ा, रामानन्द दलाल, शमशेर सांगवान, यशपाल, गुलशन भटनागर, संदीप शर्मा आदि ने सराहनीय बताया है।