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'वैध कालोनी की हर गली होगी पक्की, स्वच्छता रैकिंग में अव्वल होगा बहादुरगढ़'

फोटो- 09जेएचआर-101: - साक्षात्कार- नगर परिषद की चेयरपर्सन शीला राठी। - नव वर्ष 2018

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Jan 2018 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jan 2018 03:01 AM (IST)
'वैध कालोनी की हर गली होगी पक्की, स्वच्छता रैकिंग में अव्वल होगा बहादुरगढ़'
'वैध कालोनी की हर गली होगी पक्की, स्वच्छता रैकिंग में अव्वल होगा बहादुरगढ़'

फोटो- 09जेएचआर-101:

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- साक्षात्कार- नगर परिषद की चेयरपर्सन शीला राठी।

- नव वर्ष 2018 में शहर के विकास को लेकर नगर परिषद की चेयरपर्सन शीला राठी ने की बेबाक बातचीत

- शहर की सरकार के मुखिया के पद पर सुशोभित शीला राठी बखूबी निभा रही चेयरपर्सन की जिम्मेदारी, खुद ही ले रही हर फैसला

कृष्ण वशिष्ठ, बहादुरगढ़:

शहर में सफाई से लेकर गलियों को पक्का करना व अन्य विकास कार्य कराने का जिम्मा शहरी सरकार यानी नगर परिषद का है। स्थानीय निकायों में प्रदेश में सबसे धनी बहादुरगढ़ नगर परिषद की मुखिया यानी प्रधान का पद काग्रेस पार्टी की शीला राठी के पास है। 100 करोड़ी बजट की नगर परिषद की मुखिया पद पर शीला राठी करीब एक साल पहले विराजमान हुई थी और इस दौरान उन्होंने अनेक ऐसे कार्य करवाए जो काफी समय से अटके हुए थे। इनमें प्रदेश के सबसे पहले सेक्टर छह की सड़कों का काम हो या फिर मेला ग्राउड रोड या फिर वेस्ट जुआ ड्रेन का प्रोजेक्ट। इस एक साल की अवधि में उन पर विकास कार्याें में भेदभाव के भी आरोप लगे लेकिन उन्होंने इन आरोपों को दरकिनार कर शहर का विकास कराना अपना मुख्य ध्येय बना लिया। बकौल शीला राठी विरोधियों का तो काम ही आरोप लगाना है लेकिन वे इन आरोपों के सामने नहीं झुकी और खुद ही शहर की भलाई में फैसले लेकर आज शहर के विकास की गति को सरपट दौड़ा रही हैं। नप की चेयरपर्सन शीला राठी से नव वर्ष 2018 में उनकी क्या-क्या प्राथमिकताएं है, इसी को लेकर दैनिक जागरण के प्रतिनिधि कृष्ण वशिष्ठ ने विस्तार से बातचीत की। पेश है बातचीत के कुछ अंश:

- स्वच्छता के मामले में बहादुरगढ़ पिछले सर्वे में अंतिम से दूसरे पायदान पर था, इस बार क्या स्थिति रहेगी?

- जब से मैं चेयरपर्सन बनी हू तब से ही सफाई व्यवस्था को मैंने प्राथमिकता से लिया है। सफाई के साथ बिल्कुल भी समझौता नहीं किया जा रहा है। स्वच्छता सर्वे-2018 को लेकर वे खुद ही काफी गंभीर है। नगर परिषद अपने स्तर पर काफी प्रयास कर रही है। शहर को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है। जल्द ही पालीथिन मुक्त शहर होगा। स्वच्छता सर्वे 4 जनवरी से शुरू हो चुका है। बहादुरगढ़ में भी सर्वे टीम जल्द ही आएगी। इस सर्वे में नागरिकों की भागीदारी भी शहर को स्वच्छ बनाने में नंबर दिलाने का काम करेगी। उन्होंने शहरवासियों से भी आह्वान किया है कि वे शहर को स्वच्छ बनाने में नप का पूरा सहयोग दें। उन्होने दावा किया कि इस साल स्वच्छता के मामले में बहादुरगढ़ को अव्वल रैंकिंग मिलेगी।

- सफाई के बाद नगर परिषद का काम है गलियों को पक्का करना व स्ट्रीट लाइट लगाना, इस बारे में आपका क्या कहना है?

- मैंने चेयरपर्सन का कार्यभार संभालते ही हर वार्ड में गलियों को पक्का कराने का काम शुरू किया है। करोड़ों के विकास कार्य चल रहे है और करोड़ों के टेडर लगे हुए है। उन्होने दावा किया कि वर्ष 2018 में शहर की वैध कालोनियों में कोई भी गली कच्ची व ऊबड़-खाबड़ नहीं छोड़ी जाएगी। जरूरत के अनुसार शहर में पहली बार वार्डाें की मुख्य गलियों में मेस्टिक परत बिछाने का काम किया जा रहा है। साथ ही करीब डेढ़ करोड़ की स्ट्रीट लाइट शहर में लगाई जा रही है और जरूरत पड़ने पर शहर को रोशन करने के लिए और भी स्ट्रीट लाइटे खरीदी जाएगी।

- शहर की मुख्य परियोजना वेस्ट जुआ ड्रेन को लेकर आपका क्या कहना है?

वेस्ट जुआ ड्रेन के प्रोजेक्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राज में काम शुरू हुआ था। सासद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सिंचाई विभाग से यह जमीन नगर परिषद के नाम करवाई थी। करीब 200 करोड़ का एस्टीमेट बनवाकर स्वीकृति के लिए भेजा था लेकिन सरकार बदलने के बाद भाजपा सरकार ने इसे ठडे बस्ते में डाल दिया। मैंने चेयरपर्सन बनते ही इस प्रोजेक्ट को फिर से जिंदा किया और अब इसका टेडर खुल चुका है। भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट को कई गुणा घटा दिया लेकिन नप की मुखिया होने के नाते मैं बहुत जल्द ही इस पर काम शुरू करवाऊंगी।

- शहर की मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण को लेकर आप क्या कार्रवाई करेंगी?

शहर में अतिक्रमण एक नासूर की तरह है। मैं अतिक्रमण के बिल्कुल खिलाफ हू। मैंने पहले भी कई बार कार्रवाई करवाई है और इस वर्ष में मैं किसी भी सड़क पर अतिक्रमण नहीं रहने देंगी। यातायात पुलिस के साथ मिलकर अभियान चलाया जाएगा, जिसके लिए पिछले सप्ताह में एक बैठक भी यातायात थाना प्रभारी के साथ की थी। साथ ही जाम की समस्या से निपटने के लिए सड़कों पर पार्किग की व्यवस्था की जाएगी। रेलवे रोड व नाहरा-नाहरी रोड पर जिन दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है उनसे व्यक्तिगत तौर पर मिलकर उनका अतिक्रमण हटाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने दुकानदारों व रेहड़ी संचालकों से भी आह्वान किया है कि वे सड़क पर अतिक्रमण ना करे और नप का सहयोग करे।

- अब तो रिहायशी सेक्टर भी नप के अधीन आ चुके है, सेक्टरों के विकास को लेकर क्या योजना है?

बहादुरगढ़ का सेक्टर छह प्रदेश का सबसे पहला सेक्टर है। यहा की सड़कें कई सालों से खस्ता हालात में थी। नप के अधीन आते ही और मैंने तुरत इन सड़कों को बनवाने का काम किया है। करीब 40 फीसद रोड बन चुके है। बहुत जल्द ही रोड बन जाएंगे। इसके अलावा अन्य सेक्टरों के रोड भी इसी साल बना दिए जाएंगे। साथ ही सेक्टरों के पार्काें में हरियाली, झूले व अन्य सुविधाओं को लेकर टेडर लगा रखा है। बहुत जल्द ही सेक्टरों के पार्क भी विकसित कर दिए जाएंगे। सेक्टरों में कहीं पर भी विकास में कोई कमी नहीं रहेगी।

- नगर परिषद में आमजन को अपने काम कराने के लिए कार्यालय में अधिकारियों नहीं मिले, इसको लेकर क्या कार्रवाई करेगी?

- नगर परिषद में कर्मचारियों व अधिकारियों की कमी है। यहा पर कार्यकारी अधिकारी नहीं है। जेई की पोस्ट खाली है। क्लर्क भी कम है। इस कारण लोगों को परेशानी होती है। कर्मचारियों की पूर्ति करना सरकार का काम है। वे कई बार सरकार से पत्र लिखकर कर्मचारियों के सभी पद भरने की माग कर चुकी है और भविष्य में भी माग करेगी।

- कुछ पार्षद आप पर भेदभाव के आरोप लगा रहे है, इसमें कुछ काग्रेसी पार्षद भी शामिल है, इस पर क्या कहना है?

जो लोग आज मेरे ऊपर विकास कार्याें में भेदभाव के आरोप लगा रहे है, उन्होंने अपने समय तो कुछ काम कराए नहीं। आज जब मैं विकास कार्य करा रही हू तो उनको जलन हो रही है। चेयरमैनी का सपना पालने वाले लोग ही भेदभाव का आरोप लगा रहे है। रही बात काग्रेसियों की तो ये वहीं काग्रेसी है जो चेयरमैन के चुनाव में चले तो सासद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ थे लेकिन अंदरखाने विपक्षियों से समझौता करके वोट दूसरों को दे दिया था। इन काग्रेसियों को भी मेरी चेयरमैनी रास नहीं आ रही है।

- शहर में बहुत सी अवैध कालोनिया भी है, उनके विकास को लेकर क्या योजना है?

नगर परिषद सिर्फ वैध कालोनियों में ही विकास कार्य करा सकती है। लाइनपार में कई वार्डाें में अवैध कालोनिया पड़ती है। इनमें विकास कार्य सरकार की स्वीकृति पर ही कराए जा सकते है। वे बहुत जल्द ही उपायुक्त के माध्यम से सरकार से इन कालोनियों में भी विकास कार्य कराने के लिए पत्र लिखेंगे। सरकार के नियमानुसार व आदेशानुसार अवैध कालोनियों में काम करवाया जाएगा।

- नए साल में वार्डाें में विकास कार्याें क्या खाका तैयार किया है?

- बहादुरगढ़ के हर वार्ड का खाका उन्होंने तैयार कर लिया है। सभी वार्डाें के पार्षदों से बिना भेदभाव के विकास कार्याें की माग की गई है। इस साल हर वार्ड में कम से कम एक-एक करोड़ रुपये के विकास कार्य हर हाल में कराए जाएंगे। नप के पास एमसी फंड में करोड़ों रुपये है। विकास कार्याें के लिए धन की कोई कमी नहीं है।

वर्ष 2018 की कुछ मुख्य प्राथमिकताएं:

- हर वार्ड में लगवाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे।

- रिहायशी क्षेत्र में चल रहे गैस एजेंसियों के गोदामों को करवाएंगे शिफ्ट।

- शहर में सिटी बस सेवा चलाने को लेकर की जा रही है कार्रवाई।

- शहर में पीएनजी गैस पाइप लाइन दबवाने को लेकर भी चल रही कार्रवाई।

- रेलवे की भूमि पर किया जाएगा पार्क विकसित।

- बामनोली में बनवाया जाएगा स्टेडियम।

- शहर में बेसहारा पशुओं के लिए किया ाजएगा नंदीशाला का निर्माण।

- रेलवे रोड स्थित नप के आवासों के स्थान पर कराया जाएगा मार्केट का निर्माण।


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