ऐतिहासिक गौरव गाथा सहित प्रदेश की प्रगति का झरोखा है डिजिटल प्रदर्शनी : डीसी
- डीसी श्याम लाल पूनिया ने किया झज्जर में डिजिटल प्रदर्शनी का शुभारंभ - राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सभागार में 19 अक्टूबर तक लगी है प्रदर्शनी
जागरण संवाददाता, झज्जर : डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि युवा शक्ति को अपने गौरवमय इतिहास का ज्ञान करवाने में डिजिटल प्रदर्शनी पथ प्रदर्शक के रूप में है। जिलावासी इस प्रदर्शनी के माध्यम से हरियाणा का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान सहित विकासात्मक जानकारी हासिल कर सकेंगे। वे पूनिया रविवार को झज्जर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सभागार में सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा द्वारा आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर आजादी अमृत महोत्सव के तहत लगाई गई डिजिटल प्रदर्शनी का शुभारंभ कर रहे थे। डीसी ने कहा कि हरियाणा का इतिहास और हरियाणा की प्रगति के अहम झरोखों को देखने का एक सुनहरी अवसर डिजिटल प्रदर्शनी में है। इस प्रदर्शनी में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के योगदान से संबंधित इतिहास को जाने का अवसर भी मिला है। इस प्रकार की प्रदर्शनी का लगातार आयोजन किया जाना जरुरी है, क्योंकि युवा पीढ़ी को प्रदेश के इतिहास को जानने का अवसर मिलता है।
डीसी व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम अंकिता शर्मा, डीआइपीआरओ राजन शर्मा, आईपीआरओ दिनेश कुमार व सक्षम के जिला नोडल अधिकारी डा. सुदर्शन पूनिया सहित विद्यार्थियों व शहरवासियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में हरियाणा का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को अभिलेखों व तस्वीरों के माध्यम से दिखाने का प्रयास किया गया है। इतना ही नहीं प्रदर्शनी में हरियाणा के विकास की तस्वीर को भी दिखाया गया है। इस प्रदर्शनी से लोगों को हरियाणा के सुनहरी इतिहास को देखने का मौका मिल रहा है। बॉक्स :
प्रदर्शनी में विकासात्मक स्वरूप को दर्शाते पैनल स्थापित किए गए हैं। इस प्रदर्शनी के जरिए हरियाणा के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के बारे में अनोखी जानकारी मिली है। इस प्रदर्शनी में झज्जर के अंतिम नवाब अब्दुर्रहमान खां सहित नेता जी सुभाष चंद्र बोस के योगदान, भिवानी का इतिहास, राजा राव तुला राम को योगदान, पलवल में महात्मा गांधी की गिरफ्तारी सहित अन्य ऐतिहासिक पहलुओं को तस्वीरों के माध्यम से देखने का अवसर मिला है। इस अवसर पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय का पूरा स्टाफ मौजूद रहा।