10 दिन से लापता एमसीडी कर्मचारी का शव नाले में मिला, दो घंटे लगाया जाम
-पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट ग्रामीणों ने गुरुग्राम चौक किया जाम
-पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट ग्रामीणों ने गुरुग्राम चौक किया जाम, डीएसपी ने उचित कार्रवाई का दिया आश्वासन
-मृतक 12 जनवरी को हुआ था लापता, पुलिस को शिकायत के बाद भी नहीं किया मामला दर्ज फोटो : 22 जेएचआर 25, 26 संवाद सूत्र,बादली :
10 दिन से लापता एमसीडी (नगर निगम दिल्ली) कर्मचारी का शव शुक्रवार को बादली स्थित एक नाले में मिला। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस टीम व स्वजन मौके पर पहुंचे। इसी बीच पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट मृतक के स्वजनों ने गुरुग्राम चौक पर जाम लगा दिया। करीब दो घंटे तक चौक पर जाम लगा रहा। इस दौरान वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भी दिक्कत हुई। वहीं मौके पर पहुंचे डीएसपी ने स्वजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बादली निवासी महेंद्र ने बताया कि उसका बेटा 30 वर्षीय जितेंद्र उर्फ बागड़ी दिल्ली एमसीडी में नौकरी करता है। 12 जनवरी को जितेंद्र ड्यूटी से वापस नहीं लौटा। संदिग्ध हालात में वह लापता हो गया। 12 जनवरी से ही स्वजनों ने जितेंद्र की तलाश शुरू कर दी, लेकिन कहीं पर कोई सुराग नहीं लगा। आखिरकार स्वजन अपनी फरियाद लेकर पुलिस थाने में पहुंचे। उन्होंने जितेंद्र लापता होने की पुलिस को शिकायत दी। महेंद्र ने कहा कि पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और काई भी संतोषजनक कार्रवाई नहीं की। पुलिस से गुहार लगाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो स्वजन खुद ही उसकी तलाश करते रहे। 10 दिन बाद शुक्रवार दोपहर को जितेंद्र का शव गुरुग्राम चौक पर एक नाले में पड़ा हुआ मिला। जैसे ही स्वजनों को इसका पता लगा तो वे मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही डीएसपी अशोक दहिया, थाना प्रभारी बाबूलाल सीआइए प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट होकर गुरुग्राम चौक पर जाम लगा दिया।
इस घटना का पता लगते ही बादली विधायक डा. कुलदीप वत्स व पूर्व विधायक नरेश शर्मा के बेटे हर्ष शर्मा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को सांत्वना देने का प्रयास किया। इधर, जाम के कारण अनेक वाहन चालक भी फंस गए। साथ ही पुलिस जाम खोलने के लिए ग्रामीणों को समझाने लगी। जिस पर अधिकारियों के समझाने व आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। स्वजनों के अनुसार मृतक दो बच्चों के पिता थे। जितेंद्र की मौत के बाद दोनों बच्चों के सिर से पिता का साया छिन गया है। इसके बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में ले आई।
-डीएसपी अशोक दहिया ने कहा कि मृतक जितेंद्र के स्वजनों के बयान दर्ज किए जाएंगे, बयानों के आधार कार्रवाई की जाएगी। अगर पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही मिलती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।