चुनाव के दौरान गठबंधन होना और टूटना आम बात : चौटाला
चुनाव के दौरान गठबंधन होना और टूटना आम बात:चौटाला
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
चुनाव के समय राजनीतिक विचारधारा के दलों के बीच चुनावी समझौते होते भी हैं और टूटते भी हैं। चौधरी देवीलाल के सपने का हरियाणा बनाने के लिए समान विचारधारा वाले जो दल हमारा साथ देंगे तो हम सहर्ष उनका स्वागत करेंगे। यह बात इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने इनेलो नेता जीत राठी के साखोल गांव स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। जीत राठी के साखोल निवास पर पहुंचने पर इनलो कार्यकर्ताओं ने ओमप्रकाश चौटाला का फूलमालाओं से जोरदार स्वागत किया।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि आज जनता दुखी है। जनता भाजपा के कुशासन से छुटकारा पानी चाहती है। इनेलो सुप्रीमों ने कहा कि 1977 में समान विचारधारा के राजनीतिक दलों ने मिलकर जयप्रकाश नारायण जैसी शख्सियत के नेतृत्व में एक होकर जनता पार्टी का गठन किया और सरकार बनाकर उस समय कांग्रेस के कुशासन से लोगों को छुटकारा दिलाया था। इसी तरह समान विचारधारा के छोटे-छोटे राजनीतिक दलों ने 1989 में देवीलाल जैसी शख्सियत के नेतृत्व में इकट्ठे होकर जनता दल बनाया और सरकार बनाई। ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि आज हालात 1977 व 1989 से भी ज्यादा खराब हैं और लोगों की निगाहें इनेलो पर आकर टिकी हुई हैं। पत्रकारों द्वारा इनेलो भाजपा के गठबंधन होने की चर्चाओं बाबत पूछे गए सवाल पर ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि हमारा किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति विशेष से कोई राजनीतिक द्वेष नही है और न ही किसी से लड़ाई है। अगर चौधरी देवीलाल की विचारधारा के राजनीतिक दल चुनावी गठबंधन के लिए हमारे साथ आते है तो इंकार नही।
ओमप्रकाश चौटाला ने कार्यकर्ताओं से कहा कि इनेलो कार्यकर्ता कुशासन से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए और भी ज्यादा मेहनत करें। कार्यकर्ता जनसम्पर्क अभियान चलाकर लोगों से मिले और लोगों को पार्टी से जोड़े ताकि 2019 में प्रदेश में इनेलो की सरकार बने और चौधरी देवीलाल के सपनों को साकार किया जा सके। ओमप्रकाश चौटाला ने 1 मार्च को हांसी में होने वाली इनेलो की रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी कार्यकर्ता मेहनत करें। इस अवसर पर इनेलो नेता जीत राठी, खजान ¨सह राठी, इनेलो जिलाध्यक्ष कर्मबीर राठी, पूर्व विधायक नफे राठी, हलकाध्यक्ष राजबीर परनाला, राजेंद्र मलिक, सतीश नंबरदार, सुंदर राठी, सुरेश राठी, रामेहर राठी, सीताराम, रमेश राठी, जयंत तंवर, प्रवीण अहलावत, रितेश छिकारा आदि मौजूद थे।