विश्राम गृह में पाए गए चीफ इंजीनियर निलंबित, चर्चाओं में आया चीफ इंजीनियर का आचरण
- दो युवतियों के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए थे चीफ इंजीनियर
- दो युवतियों के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए थे चीफ इंजीनियर
- हंगामे की वजह से संज्ञान में आया घटनाक्रम, उसके बाद पहुंची पुलिस की गाड़ियां
- उच्च स्तरीय जांच की अनुशंसा के मामले में निलंबन पहला कदम फोटो : 51 जागरण संवाददाता, झज्जर : मंगलवार की रात जिला मुख्यालय स्थित सिचाई भवन के विश्राम गृह में दो युवतियों के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए चीफ इंजीनियर गुलाब सिंह नरवाल को निलंबित कर दिया गया है। प्रारंभिक तौर पर घटनाक्रम की रात पुलिस के संज्ञान में आया था कि एक अधिकारी सिचाई भवन में वीवीआइपी सूट में ठहरा हुआ है। जिसके साथ दो लड़कियां भी है। शराब पीकर हंगामा किया जा रहा है। जिसके बाद डीएसपी राहुल देव की अगुआई में महिला थाना प्रभारी, सिटी थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। जबकि, एक पुलिस अधिकारी पहले से ही वहां पर मौजूद थे। मौके पर पहुंची टीम द्वारा की गई पूछताछ और सामने आए तथ्यों के आधार पर घटनाक्रम की रात की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई हैं। इधर, वीरवार को हुए निलंबन को सरकार के स्तर पर पहले कदम से जोड़कर देखा जा रहा है। आने वाले दिनों में होने वाली जांच के आधार पर क्या कार्यवाही होती है, यह देखने लायक विषय होगा। पहले बताया गलत नाम, फिर सोने का किया ड्रामा :
सिचाई भवन में पाए गए चीफ इंजीनियर, दो युवतियों सहित एक अन्य व्यक्ति से घटनाक्रम की रात पूछताछ की गई हैं। पूछताछ की जब शुरुआत की गई तो सबसे पहले चीफ इंजीनियर ने अपना नाम ही गलत बताया। बाद में उन्होंने सोने का ड्रामा भी किया। हालांकि, इस दौरान यह भी कहा कि साथ में मौजूद दोनों युवतियां उनके परिवार से है और वे एक शादी समारोह में आए हुए थे। लेकिन, जब बातचीत पर शक हुआ तो सभी से अलग-अलग पूछताछ की गई। जिसके बाद पूरे मामले का पटाक्षेप हुआ। पुलिस के स्तर पर सभी का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। रोजनामचा में दर्ज हुई रिपोर्ट, मामला दर्ज नहीं :
सिचाई विभाग के विश्राम गृह में उच्च एवं जिम्मेवार अधिकारी द्वारा किए इस आचरण की दिनभर विभागीय गलियारों में खूब चर्चा रही। विभाग एवं सरकार की छवि धूमिल होने के विषय पर निलंबन की गाज गिरी है। इधर, घटनाक्रम अभी तक मामला दर्ज नहीं हुआ है। थाना शहर के रोजनामचा में जरूर दर्ज किया गया है। विभाग से अन्य भी जांच के दायरे में
बॉक्स : मंगलवार देर रात की इस घटना में एक पहलू यह भी सामने आया है कि विभाग के अन्य कुछ लोगों को भी इस विषय के बारे में जानकारी थी। ऐसे में आने वाले समय में होने वाली जांच में एक कार्यकारी अभियंता सहित दो अन्य भी जांच के दायरे में आएंगे कि किस तरह से उन्होंने अपने अधिकारी का सहयोग किया। प्रतिक्रिया : पुलिस विभाग के स्तर पर नियमानुसार कार्यवाही की गई है। विभागीय स्तर पर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है।
-राजेश दुग्गल, पुलिस कप्तान, झज्जर।