अब हरियाणा के स्कूलों का जायजा लेने पहुंचे केजरीवाल, कहा- हालत बदत्तर
अरविंद केजरीवाल सोमवार को बेरी पहुंचे। यहां उन्होंने तीन स्कूलों का दौरा किया और उनकी तुलना दिल्ली के स्कूलों से की।
जेएनएन, झज्जर। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल सोमवार को बेरी पहुंचे। यहां उन्होंने तीन स्कूलों का दौरा किया और उनकी तुलना दिल्ली के स्कूलों से की। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों की स्थिति बेरी के स्कूलों से बदत्तर थी, लेकिन उनकी सरकार आने के बाद स्कूलों के बुनियादी ढांचे में सुधार किया गया। अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति एेसी है कि लोग निजी स्कूल स्कूलों से अपने बच्चों को निकालकर उनका दाखिला सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं।
बेरी के स्वराजगंज में रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि भाषण देने से बदलाव नहीं आता। इसके लिए धरातल पर काम करना पड़ता है। मनीष सिसोदिया ने खुद एक-एक स्कूल में दौरा कर दिल्ली के स्कूलों की स्थिति को सुधारा। दिल्ली में सरकारी स्कूल के टीचर अमेरिका ट्रेनिंग लेकर आए। दिल्ली में निजी स्कूलों की फीसों पर भी लगाम कसी गई है। 160 निजी स्कूल जिन्होंने मनमाफिक तरीके से फीस बढ़ा दी थी उन्हें बच्चों को फीस वापस करनी पड़ी। 37 स्कूल अभी बचे हैं जिसने फीस वापस ली जानी।
केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश में सबसे ज्यादा महंगी बिजली दिल्ली में थी, लेकिन आज दिल्ली में बिजली सबसे सस्ती है। दिल्ली में फसल खराब होने की स्थिति में 3 माह में अपनेआप मुआवजा राशि किसान तक पहुंच जाती है, जबकि यहां किसानों को आंदोलन की राह अपनानी पड़ती है। 70 सालों से पार्टियों ने देश को लूटा है। केजरीवाल 70 साल बनाम 3 साल का नारा देकर जनता के सामने दिल्ली सरकार का लेखा जोखा रख रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि देश जाट, नॉन जाट या मंदिर मस्जिद से आगे नहीं बढ़ेगा। इसके लिए मेहनत करनी होगी। इनेलो और हुड्डा जाट के नाम पर वोट मांगती है, जबकि भाजपा नॉन जाट। क्या सभी जातियों को स्कूल नहीं चाहिए।
रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी दिल्ली के स्कूलों की तुलना हरियाणा के स्कूलों से की। कहा कि दिल्ली में पहले 1000 स्कूल खराब थे और 4 अच्छे थे। अब 1000 भी अच्छे और 4 भी अच्छे। दिल्ली में पिछले 3 साल से दिल्ली में कोई फीस नहीं बढ़ी।