मुख्यालय से आई सूचना के बाद हरकत में दिखा स्वास्थ्य विभाग, खाने के सामान के साथ कपड़ों में रखी मिली एमटीपी किट
जागरण संवाददाता, झज्जर : मुख्यालय से आई एक सूचना के बाद मंगलवार को जिला स्तर पर स्वास्थ्य
जागरण संवाददाता, झज्जर :
मुख्यालय से आई एक सूचना के बाद मंगलवार को जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आता हुआ दिखाई दिया। एक साथ चार अलग-अलग टीमों ने पुलिस के दल-बल सहित क्षेत्र के सुबाना, खुड्डन तथा माछरौली गांव में छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया है। तीन क्लीनिक सहित कुल 9 कैमिस्ट की दुकानों पर हुई कार्यवाही में दो क्लीनिक संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें से एक क्लीनिक पर खाने के सामान के साथ कपड़ों में एमटीपी किट रखी हुई पाई गई। जबकि दूसरे क्लीनिक को चला रहे चिकित्सक के पास कोई मान्य डिग्री तक नहीं थी। एक कैमिस्ट के यहां फार्मासिस्ट नहीं मिलने की सूरत में नोटिस जारी किया गया है। विभागीय स्तर पर कुछ दुकानों से दवाईयों के सैंपल भी लिए गए हैं। इधर, विभाग के स्तर पर की गई कार्यवाही को लेकर कैमिस्टों में हड़कंप मचता हुआ भी दिखाई दिया। चार टीमों ने संभाला मोर्चा : गौरतलब है कि पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर यह मामला संज्ञान में आया था कि सुबाना के क्षेत्र में अवैध रूप से एमटीपी किट आदि बेची जा रही है। जब इस कड़ी को तोड़ते हुए एक चिकित्सक ने कदम बढ़ाया तो उन्हें धमकी आदि भी मिली थी। जिस पर पुलिस में मामला दर्ज कराया गया। इधर, दर्ज हुए मामले के बाद मुख्यालय के स्तर से भी आई सूचना का असर मंगलवार को यहां दिखाई दिया। सिविल सर्जन डॉ. आरएस पूनिया के निर्देशानुसार डॉ. राकेश कुमार की अगुवाई में कुछ चार टीमों द्वारा यहां हर स्तर पर चैं¨कग की गई। ताकि कहीं भी ना तो सूचना लीक होने पाए। दूसरा आरोपित विभाग की जद में आ पाए। इस कार्य के लिए विशेष रूप से एसडीसीओ राकेश दहिया की अगुवाई में डीसीओ हेमंत, अमनदीप चौहान तथा मान ने मोर्चा संभाला। बॉक्स : विभागीय टीम ने सुबाना में कार्यवाही करते हुए दो क्लीनिक संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। जिसमें निशिका क्लीनिक से टीम को एमटीपी किट मिली है। बताते है कि किट को खाने के सामान के साथ कपड़ों में छिपाकर रखा गया था। इस क्लीनिक को डॉ. मोनिका चला रही थी। दूसरा वर्मा क्लीनिक, जिसे कि भिवानी वाले के नाम से भी जाना जाता है, को एसएन वर्मा चला रहे थे, के यहां पर कोइ्र भी मान्य डिग्री नहीं मिली। एक अन्य क्लीनिक में जांच की गई। लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इसी क्रम में 9 कैमिस्ट की दुकानों को भी चैक किया। जिसमें से 2 दुकान बंद थी तथा एक के यहां पर फार्मासिस्ट नहंी मिला। शेष दुकानों पर कुछ भी ऐसा नहीं मिला। प्रतिक्रिया : डिप्टी सीएमओ डॉ. राकेश कुमार ने बताया सिविल सर्जन के निर्देशानुसार चार टीमों द्वारा अगल-अलग छापामार कार्यवाही की गई है। दो क्लीनिक संचालकों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है। एक क्लीनिक से एमटीपी किट बरामद हुई है। जबकि दूसरे क्लीनिक को चला रहे व्यक्ति के पास कोइ्र मान्य डिग्री नहीं थी।