एक दफा फिर बदला मौसम का मिजाज, घनी धुंध से सड़कों पर रेंगते दिखाई दिए वाहन
जागरण संवाददाता, झज्जर: शुक्रवार अलसुबह एक दफा फिर मौसम का मिजाज बदला। जनवरी माह की पह
जागरण संवाददाता, झज्जर: शुक्रवार अलसुबह एक दफा फिर मौसम का मिजाज बदला। जनवरी माह की पहली घनी धुंध के बीच सड़कों पर वाहन रेंगते हुए दिखाई दिए। स्थिति यह रही कि दृश्यता पांच मीटर से भी कम रही। केएमपी और नेशनल हाईवे पर करीब 20 से 25 की संख्या में वाहन आपस में टकरा गए। गनीमत यह रही कि चालकों को हल्की-फुल्की चोटों के अलावा बड़ी जनहानि नहीं हुई। केएमपी पर 11 गाड़ियां धुंध के चलते एक दूसरे के पीछे टकराती हुई चली गई। वहीं झज्जर-रेवाड़ी नेशनल हाईवे 71 पर गांव चांदपुर के नजदीक भी काफी संख्या में गाड़ियां आपस में टकरा गई। जिसके चलते मार्ग के दोनों ओर तीन किलोमीटर लंबी कतारें लग गई। करीब एक घंटे तक लगे जाम को खुलवाने में पुलिस को काफी मशकक्कत करनी पड़ी। पुलिस द्वारा जेसीबी की सहायता से क्षतिग्रस्त हुए वाहनों को सड़क से हटाया गया। तब जाकर यातायात सुचारू रूप से शुरू हो पाया। ---ट्राला चालक को लगी गंभीर चोट संवाद सूत्र, माछरौली: क्षेत्र के गांव चांदपुर के नजदीक घनी धुंध के चलते दर्जन भर वाहन आपस में टकरा गए। जिसके चलते एक ट्राला चालक को गंभीर चोटें लगी है। घायल ट्राला चालक को पुलिस द्वारा उपचार के लिए झज्जर के नागरिक अस्पताल भिजवाया। जहां घायल चालक का उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। घायल ट्राला चालक मनोज ने बताया कि वह कोटपुतली से सीमेंट भरकर बहादुरगढ़ के लिए चला था। जैसे ही वह गांव चांदपुर के नजदीक पहुंचा तब सड़क के साईड में खड़ा ट्रक धुंध के चलते उसे दिखाई नहीं दिया। जिसके चलते उसकी गाड़ी पीछे से ट्रक के साथ टकरा गई। बाद में कई गाड़ियां आपस में टकराती चली गई। उन्होंने बताया कि बाद में जिस चालक ने सड़क किनारे ट्रक खड़ा किया हुआ था। गाड़ियां टकराने के बाद मौके से फरार हो गया। घायल ट्राला चालक के मुंह और टांग पर गंभीर चोट लगी है। ---बहुत कम रही सड़कों पर दृश्यता संवाद सूत्र, बादली: क्षेत्र से गुजर रहे केएमपी पर भी धुंध का असर दिखाई दिया। घनी धुंध के चलते केएमपी पर अलग-अलग स्थानों पर 11 वाहन आपस में टकरा गए। गनीमत यह रही कि यहां पर भी किसी वाहन चालक को ज्यादा चोटें नहीं लगी। बाद में सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गाड़ियों को जेसीबी की सहायता से सड़क से हटवाते हुए यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करवाया। धुंध की स्थिति यह रही कि सुबह दस बजे तक भी ²श्यता बहुत कम रही और वाहन चालकों को अपनी गाड़ियों को जलाते हुए अपना सफर तय करना पड़ा।