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रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर 873 महिलाओं को सिलाई मशीन का मिला तोहफा

जागरण संवाददाता, झज्जर : रक्षाबंधन के पावन पर्व की बेला पर सिलाई-कढ़ाई में निपुण हुई ग्रा

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Aug 2018 11:55 PM (IST)Updated: Sat, 25 Aug 2018 11:55 PM (IST)
रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर 873 महिलाओं को सिलाई मशीन का मिला तोहफा
रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर 873 महिलाओं को सिलाई मशीन का मिला तोहफा

जागरण संवाददाता, झज्जर : रक्षाबंधन के पावन पर्व की बेला पर सिलाई-कढ़ाई में निपुण हुई ग्रामीण परिवेश की 873 महिलाओं व बेटियों को सिलाई मशीन का तोहफा मिला है। प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री औम प्रकाश धनखड़ और परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार ने शनिवार को राजकीय नेहरू कालेज के सभागार में आयोजित समर्था पुरस्कार वितरण समारोह में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं व बेटियों को प्रमाण पत्र तथा सिलाई मशीन, बेस्ट प्रशिक्षक व बेस्ट प्रशिक्षु को सिलाई मशीन के साथ कढ़ाई मशीन व प्रत्येक दस महिलाओं पर बेस्ट रही प्रत्येक प्रशिक्षु को एक आयरन प्रेस भी प्रोत्साहन स्वरूप दी गई। धनखड़ की पहल पर समर्था संस्था के सहयोग से बादली विधान सभा क्षेत्र के 36 सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्रों पर तीन माह का सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने पर इन महिलाओं को जे के सीमेंट व अन्य संस्थाओं ने नि:शुल्क सिलाई मशीन दी हैं ताकि महिलाएं प्रशिक्षण उपरांत आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बन सकें। समर्था की बहनों के प्रोडेक्ट भी देश और दुनियां में पहचान बनाएं: धनखड़

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धनखड़ ने कहा कि उनका सपना है कि झज्जर भी अहमदाबाद, व पानीपत की तरह ही हैंडलूम उद्योग क्षेत्र बने और समर्था की बहनों के प्रोडेक्ट देश व दुनियां में अपनी पहचान बनाएं। शुरुआत हो चुकी है। मई माह में शुरू हुए प्रथम बैच में 836 महिलाओं व बेटियों ने सिलाई-कढ़ाई के कार्य में अपना कौशल निखारा है। जुलाई माह से शुरू हुए दूसरे बैच में लगभग 1160 महिलाएं व बेटियां सिलाई -कढ़ाई का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। प्रयास है कि तीन माह का प्रशिक्षण देकर ग्रामीण परिवेश की महिलाओं व बेटियों को आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनाया जाए। क्षेत्र की बेटियों में अपना कौशल निखारकर अच्छा कार्य करने का हौंसला है। कृषि मंत्री धनखड़ ने कहा कि परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार ने क्षेत्र के कॉलेजों में बेटियों को ड्राई¨वग सिखाने का प्रस्ताव दिया है। हम सहर्ष इस कार्य को भी बड़े स्तर पर करेंगे ताकि हमारी बेटियां ड्राई¨वग के साथ-साथ सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में जागरूक हो सकें।

क्षेत्र के कालेजों में छात्राओं को दी जाएगी ड्राइ¨वग की ट्रे¨नग: पंवार

परिवहन मंत्री ने पकहा कि बेटियों को आर्थिक रूप से समर्थ बनाने की दिशा में धनखड़ ने नेक पहल शुरू की है। शिक्षित बेटियों को आइटीआइ व अन्य संस्थानों में कौशलयुक्त होने का अवसर मिल जाता है, लेकिन ग्रामीण परिवेश की महिलाओं व बेटियों सिलाई- कढ़ाई के कार्य निपुण करना बड़ी पहल है। समर्था कार्यक्रम से ग्रामीण परिवेश की अशिक्षित बहनें व बेटियां भी सिलाई कढ़ाई के कार्य निपुण होकर अपना स्वरोजगार शुरू कर सकेगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राखी के त्योहार पर रोडवेज की बसों में 36 घंटे तक निशुल्क यात्रा का प्रबंध किया है साथ महिला के साथ 15 वर्ष तक बच्चे का भी टिकट नहीं लेना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि बेटियों को कालेजों में निशुल्क ड्राई¨वग सिखाने का कार्यक्रम शुरू किया है। इसकी शुरूआत खानपुर महिला विश्वविद्यालय से शुरू हो चुकी है। इस योजना को प्रदेश के अन्य कालेजों में शुरू किया जाएगा। परिवहन मंत्री ने समर्था को अपने ऐच्छिक कोष से 11 लाख रुपये देने की घोषणा भी की। कार्यक्रम में जेके सीमेंट के वाइस चेयरमैन हरीश अग्रवाल ने कहा कि कृषि मंत्री धनखड़ ने बेटियों को कौशल युक्त बनाने की अनूठी पहल शुरू की है। कृषि मंत्री की नेक पहल का कंपनी भविष्य में भी समर्थन व सहयोग करती रहेगी। ¨सगर के महाप्रबंधक सुधीर मोहन व समर्था की चेयरपर्सन अनीता गुप्ता ने भी कृषि मंत्री की पहल को महिला शक्तिकरण के लिए कारगर व उपयोगी बताया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री की धर्मपत्नी निरूपमा धनखड़, अतिरिक्त उपायुक्त सुशील सारवान, नगराधीश अश्विनी कुमार, डीडीपीओ हरि¨सह श्योराण,जिला शिक्षा अधिकारी सतबीर सिवाच, ग्रवित के स्टेट कोर्डिनेटर डॉ राजीव कटारिया, सुनीता चौहान,आनंद सागर, डॉ. धमेंद्र खेड़ी खातीवास, पवन छिल्लर, बिजेंद्र मंाडौठी, जीएम रोडवेज एमएस खर्ब, जेल अधीक्षक दयानंद मंदौला, ग्रवित के जिला समन्वयक अनिल दहिया, समर्था से सुमन, ¨पकी, गांवों से सरपंच, संबांधित स्कूलों के मुखिया उपस्थित रहे।


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