रोहतक में लूट का विरोध किया तो ईंट से पीट-पीटकर मार डाला, बेरी रोड पर फेंका था शव
रोहतक के महम में सातरोड़ खास में हुई हत्या का पर्दाफाश हो गया। लूट का विरोध करने पर ईंट से पीट-पीटकर संजय की हत्या की गई थी।
रोहतक, जेएनएन। पिछले माह महम में हुए सातरोड़ खास गांव के संजय हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया। लूट का विरोध करने पर तीन आरोपितों ने ईंट से वार कर उसकी हत्या की थी, जिसके बाद शव को बेरी रोड पर ले जाकर फेंक दिया था। जांच के बाद पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा अभी फरार चल रहा है।
डीएसपी महम शमशेर दहिया ने वीरवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आठ अगस्त को बेरी रोड पुल के पास सड़क किनारे एक युवक का शव मिला था। उसके शरीर पर चोट के निशान थे। मृतक की पहचान हिसार जिले के सातरोड खास गांव निवासी संजय के रूप में हुई थी। संजय के भाई कृष्ण कुमार की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। संजय हिसार में एक प्राइवेट फैक्ट्री में नौकरी करता था, जो सात अगस्त को बाइक लेकर बल्लभगढ़ के पास धौज गांव में ससुराल जाने के लिए निकला था। उसके शव से करीब एक किलोमीटर दूर उसकी बाइक क्षतिग्रस्त हालत में मिली थी। मामले की जांच महम सिटी चौकी प्रभारी शमशेर सिंह को दी गई। जांच के दौरान सात और आठ अगस्त को सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों का रिकार्ड खंगाला किया। इसके बाद सड़क हादसे में घायल महम निवासी हरिओम को जांच में शामिल किया।
हरिओम ने सड़क हादसे की जो जगह बताई थी, वहां पर कोई हादसा नहीं हुआ था। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपित ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। तब उसके साथी महम निवासी मंदीप को भी गिरफ्तार किया गया। तीसरा आरोपित प्रदीप अभी फरार चल रहा है।
इस तरह आरोपितों तक पहुंची पुलिस
सात अगस्त की रात आरोपित हरिओम, मंदीप और प्रदीप स्कूटी लेकर महम में भिवानी स्टैंड पर खड़े थे। वहां पर संजय बाइक लेकर आया। संजय ने उनसे झज्जर जाने के लिए रास्ता पूछा। आरोपितों ने उसे बताया कि वह गलत रास्ते पर आ गया है और वापस संजय को लेकर हिसार बाईपास की तरफ चले गए। वहां पर बंद पड़े पेट्रोल पंप पर उन्होंने संजय के साथ मारपीट कर 10 हजार रुपये लूट लिए। विरोध करने पर आरोपितों ने संजय के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर ईंट से ताबड़तोड़ वार किए। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपितों ने संजय के शव को खरकड़ा नहर में डालने का प्लान बनाया।
प्रदीप व मंदीप संजय के शव को स्कूटी पर लेकर खरखड़ा नहर की तरफ चल दिए। संजय की बाइक उठाकर हरिओम उनके पीछे चल दिया। बेरी रोड पर पहुंचने के बाद दोनों आरोपितों ने हरिओम का इंतजार किया, लेकिन वह नहीं पहुंचा। इसके बाद उन्होंने संजय के शव को वहीं पर डाल दिया। वापस आए तो रास्ते में हरिओम का एक्सीडेंट हुआ मिला। आरोपितों ने संजय की क्षतिग्रस्त बाइक को वहीं छोड़ दिया और हरिओम को पीजीआइ में भर्ती कराया।