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आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा का लाल शहीद, डेढ़ साल पहले हुई शादी, सात माह का है बेटा

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के नौगाम सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में दादरी जिले के गांव बास निवासी 23 वर्षीय भूपेंद्र शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर सोमवार को पहुंचेगा

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 06 Sep 2020 12:41 PM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 12:41 PM (IST)
आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा का लाल शहीद, डेढ़ साल पहले हुई शादी, सात माह का है बेटा
आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा का लाल शहीद, डेढ़ साल पहले हुई शादी, सात माह का है बेटा

चरखी/दादरी, जेएनएन। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के नौगाम सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में दादरी जिले के गांव बास निवासी महज 23 वर्षीय भूपेंद्र शहीद हो गए। शहीद भूपेंद्र भारतीय सेना का जवान था तथा उनकी उम्र महज 23 वर्ष थी। शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार को गांव में पहुंचने की सूचना है। गांव बास निवासी भूपेंद्र के एलओसी के करीब पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में शहीद होने की सूचना मिलते ही उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया।

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रविवार सुबह से ही ग्रामीण उनके घर पर पहुंचने लगे है। गांव बास निवासी किसान मलखान सिंह का बड़ा बेटा भूपेंद्र सिंह चौहान महज 18 वर्ष की आयु में 26 दिसंबर 2015 को भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के बारामुला में थी। भूपेंद्र सिंह चौहान का करीब डेढ़ वर्ष पहले ही विवाह हुआ था। उनका एक सात माह का बेटा भी है। शहीद भूपेंद्र सिंह चौहान का छोटा भाई दीपक भी भारतीय सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहा है। गांव बास निवासी भूपेंद्र सिंह के शहीद होने पर स्वजनों को उनके हमेशा के लिए दूर जाने का गम तो है, लेकिन उन्हें भूपेंद्र की शहादत पर गर्व भी है।

भाई की शहादत पर गर्व : दीपक

शहीद भूपेंद्र के छोटे भाई दीपक ने बताया कि उन्हें अपने भाई की शहादत पर बहुत अधिक गर्व है। दीपक ने कहा कि भारतीय सेना में जाने के लिए वह पहले से ही तैयारी कर रहा है। लेकिन अब वह इसके लिए और जी-जान से तैयारी करेगा तथा हर हाल में भारतीय सेना में भर्ती होगा।

सोमवार को आएगा पार्थिव शरीर : सरपंच

गांव के सरपंच विनोद ने बताया कि शहीद भूपेंद्र के पार्थिव शरीर को पहले तो रविवार सुबह श्रीनगर से दिल्ली लाया जाना था। लेकिन उन्हें सूचना मिली है कि अभी शहीद का पार्थिव शरीर श्रीनगर में ही हैं। ऐसे में शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार दोपहर तक उनके पैतृक गांव बास में आने की संभावना है।

बता दें कि यह पहला मौका नहीं जब पाकिस्तान ने दगा किया हो। पाक के नापाक इरादों के चलते भारतीय सेना के जवानों की शहादत हो रही है। पाकिस्‍तान ने एक बार फिर चुपके से गोलीबारी की जिसमें चरखी दादरी का लाल शहीद हो गया।

शनिवार को नियंत्रण रेखा पर उत्तरी कश्मीर के नौगाम सेक्टर और पुंछ जिले के शाहपुर किरनी, कसबा सेक्टर में भारी गोलीबारी की। नौगाम में भारतीय सेना के जवान चरखी दादरी निवासी भूपेंद्र सिंह चौहान शहीद हो गए। जबकि दो अन्य सैन्यकर्मी घायल हुए हैं। इधर, पुंछ में पाक सेना ने एलओसी के साथ सटे करीब एक दर्जन गांवों को निशाना बनाया। इससे कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और कई मवेशी भी मारे गए हैं। भारतीय सेना ने दोनों ही जगह पाकिस्तान को करारा जवाब दिया।


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