ये कैसी जिद, नई बाइक खरीदकर नहीं दी तो युवक ने लगा लिया फंदा, सकते में परिवार
परिजनों द्वारा बाइक न दिलवाने पर युवक आत्महत्या करने की बात कह कर घर से चला गया था। जिसके बाद खंडहर भवन में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
बाढड़ा/भिवानी, जेएनएन। जिद अच्छी चीज के लिए हो तो आपकी दुनिया बदल जाती है मगर गलत चीज के लिए जिद जिंदगी पर भारी पड़ जाती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां बेमतलब की बात को लेकर एक युवक अपनी जान से हाथ धो बैठा। बाढड़ा के पुराने पुलिस स्टेशन के खंडहर भवन में मिले शव की पहचान मूलरूप से राजस्थान के किशनगढ़ तथा वर्तमान में बाढड़ा निवासी करीब 24 वर्षीय राकेश के रूप में हुई है। उक्त युवक परिजनों से बाइक दिलवाने की मांग कर रहा था।
परिजनों द्वारा बाइक न दिलवाने पर युवक बीती 3 जुलाई को आत्महत्या करने की बात कह कर घर से चला गया था। जिसके बाद उसने आठ जुलाई की देर शाम खंडहर भवन में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। काफी गली-सड़ी अवस्था होने के कारण शव का पोस्टमार्टम रोहतक पीजीआइ में करवाया जाएगा।
गौरतलब है कि मंगलवार देर शाम बाढड़ा के राजकीय कन्या कालेज के सामने पुराना पुलिस स्टेशन के खंडहर भवन में लावारिस हालत में शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। शव की जानकारी पाकर डीएसपी अनिल डूडी भी मौके पर पहुंचे तथा जांच शुरू की। शव के पास मिले मोबाइल फोन के आधार पर उसकी पहचान मूलरूप से राजस्थान के किशनगढ़ तथा वर्तमान में बाढड़ा निवासी राकेश के रूप में हुई।
मृतक राकेश के भाई विकास ने बताया कि वे पिछले काफी समय से बाढड़ा में सिनेमा घर के समीप रहकर मेहनत मजदूरी करते हैं। विकास ने बताया कि उसका भाई राकेश नशा करने का आदि था तथा कोई काम नहीं करता था। बीती 3 जुलाई को उसने नई बाइक दिलवाने की मांग की। लेकिन उन्होंने अभी बाइक दिलवाने से मना कर दिया। जिस पर वह नाराज होकर आत्महत्या करने की बात कहकर घर से चला गया।
परिजनों ने बताया कि राकेश पहले भी घर से ऐसे कई-कई दिन के लिए चला जाता था, तो उन्होंने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन बीती रात उन्हें राकेश का शव पड़ा होने की सूचना मिली। मृतक के भाई विकास के बयान के आधार पर पुलिस ने इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई की।