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कोरोना मुक्ति के लिए योग एवं आयुर्वेद युक्त होना अनिवार्य : स्वामी रामदेव

योग गुरु एवं पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के संचालक स्वामी रामदेव महाराज ने ऑनलाइन माध्यम से देश के सभी पतंजलि संचालकों को संबोधित किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 07:10 AM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 07:10 AM (IST)
कोरोना मुक्ति के लिए योग एवं आयुर्वेद युक्त होना अनिवार्य : स्वामी रामदेव
कोरोना मुक्ति के लिए योग एवं आयुर्वेद युक्त होना अनिवार्य : स्वामी रामदेव

जागरण संवाददाता, हिसार : योग गुरु एवं पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के संचालक स्वामी रामदेव महाराज ने शनिवार को जूम ऐप के माध्यम से टेली मेडिसन कार्यक्रम के द्वारा भारत एवं नेपाल के सभी पतंजलि योगपीठ से जुड़े हुए राज्य प्रभारी, सह राज्य प्रभारी, राज्य कार्यकारिणी के सदस्य एवं जिला प्रभारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वह समय आ गया है कि हमें कोरोना से मुक्ति के लिए योग एवं आयुर्वेद युक्त होना अनिवार्य है। टेस्टिग के आधार पर कभी भी ऐसी महामारी का ट्रीटमेंट नहीं किया जा सकता है। इस महामारी से निपटने के लिए मनुष्यों के शरीरों में ही इम्युनिटी बढ़ानी पड़ेगी। इम्युनिटी के अभाव में ही लोग कोरोना से लड़ नहीं पा रहे और अपने प्राण त्याग रहे हैं। जो व्यक्ति प्रतिदिन योग करता है एवं आयुर्वेद का पालन करता है वह व्यक्ति आंतरिक रूप से मजबूत रहता है और उसमें रोगों से लड़ने की शक्ति निरंतर बनी रहती है। यदि शरीर से 80 फीसद या इससे अधिक उर्जा का लेबल घट जाए तभी स्टेरॉयड देने पर सोचना चाहिए। इम्युनिटी बढ़ाने को इन पदार्थो का करें सेवन

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नेचुरल रूप से इम्युनिटी बनाए रखने के लिए बादाम, मुनक्का, अंजीर, अनार, पपीता, सेब आदि का प्रयोग किया जाना चाहिए। निरंतर गर्म पानी पीयें और गिलोय का पानी पीते रहें। कोरोना पर विजय पाने के लिए गिलोय, तुलसी का अत्यधिक प्रयोग किया जाए। जो लोग हार्ट के रोगी भी हैं उनको ब्लड थिनर के रूप में कई दवाई दी जाती हैं। प्राकृतिक रूप से दालचीनी व अर्जुन की छाल का काढ़ा, लौकी का जूस व सूप, लहसुन की कली, प्याज कच्चा, गोधन अर्क ये पांच चीजें दी जानी चाहिए। इनमें से जो भी वस्तु सहज सुलभ उपलब्ध हो उसी का भरपूर प्रयोग किया जाना चाहिए। दालचीनी और अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से हृदय मजबूत होता है। प्राकृतिक स्टीरोइड के रूप में शिलाजीत, स्वासारी गोल्ड आदि चीजों का प्रयोग करना चाहिए। एंटीबायोटिक के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया की सर्वोत्तम एंटीबायोटिक औषधि हल्दी एवं गिलोय है। गिलोय त्रिदोष नाशक होती है। यह वात, पित्त एवं कफ को नियंत्रित करती है। कोरोना कफ जन्य रोग है। अत: इसमें केला, चावल, दही, लस्सी, ठंडे पदार्थ, चिकने पदार्थ, तले भुने, पैकेट बंद खाद्य पदार्थों का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। मेदांता अस्पताल के संचालक डॉ. त्रेहान एवं डॉ. अरविद कुमार जैसे प्रसिद्ध चिकित्सकों ने भी कोरोना से मुक्ति के लिए योग प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी उदगीत, भस्त्रिका, कपालभाति आदि करने की सिफारिश की है।


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