प्रशिक्षण हासिल कर स्वरोजगार स्थापित कर सकती हैं महिलाएं
स्वरोजगार स्थापित कर अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकती हैं। स्वरोजगारोन्नमुखी प्रशिक्षण आज के समय की मांग है।
जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में प्रदेश की अनुसूचित जाति व जनजाति की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने व स्वरोजगार स्थापित करने के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षणों का आयोजन विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में सिरसा रोड स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के सहयोग से किया गया। इस प्रशिक्षण का आयोजन विस्तार शिक्षा निदेशक डा. आरएस हुड्डा की देखरेख में किया जा रहा है।
प्रशिक्षण के शुभारंभ अवसर पर संस्थान के सह निदेशक (प्रशिक्षण)डा. अशोक गोदारा ने बताया कि यहां से प्रशिक्षण हासिल कर महिलाएं स्वरोजगार स्थापित कर अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकती हैं। स्वरोजगारोन्नमुखी प्रशिक्षण आज के समय की मांग है। उन्होंने कहा कि संस्थान में पांच दिनों में अनाज के मूल्य संवर्धित उत्पादों को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के संयोजक डा. डीके शर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण में तीस प्रतिभागी हिस्सा ले रही हैं। सेवानिवृत्त डा. फूल कुमार भारद्वाज ने बताया कि अनाज व दूध के मिश्रण से अनेक मूल्य संवर्धित उत्पाद बनाए जा सकते हैं। डा. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अनाज का मूल्य संवर्धन समय की मांग हैं, ताकि उन्हें अधिक समय तक संभाल कर रखा जा सके।