आरोपित महिला बोली- मां नहीं बन सकती, परिवार को चाहिए था वारिस, इसलिए चुराई बच्ची
पीजीआई से मदद के बहाने चुराई थी बच्ची मां नहीं बन सकती आरोपित महक उर्फ ममता पति और सास से प्रेग्नेंट होने का किया था दावा। डिलीवरी कराने के बहाने एक फरवरी से ही घर से दूर थी
रोहतक [पुनीत शर्मा] पीजीआइ से बच्ची चोरी करने की आरोपित महिला ने पुलिस को बताया कि परिवार को वारिस चाहिए था, इसलिए उसने बच्ची चुराई। उसने यह भी बताया कि वह मां नहीं बन सकती, लेकिन पति और सास को प्रेग्नेंट होने की झूठी बात बताई। वहीं फर्जी डिलीवरी कराने के लिए वह 1 फरवरी से ही घर से बाहर थी और पीजीआइ के चक्कर लगा रही थी। हालांकि इस बीच वह कहां रही, इसको लेकर अभी भी संदेह की स्थिति है।
बता दें कि सोनीपत निवासी मनीषा पत्नी दिनेश ने पीजीआइ में बच्ची को जन्म दिया था।
21 फरवरी की दोपहर करीब 12.30 बजे वार्ड नंबर दो से सोनीपत के गांव राठधाना निवासी महक ने मदद के बहाने बच्ची को गोदी में लिया और फरार हो गई थी। करीब नौ घंटे पर पुलिस ने महक को सोनीपत से गिरफ्तार करते हुए बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया था। पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद महिला को पांच दिन के रिमांड पर ले रखा है।
आरोपित महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति व सास उससे बच्चा चाह रहे थे, लेकिन वह मां नहीं बन सकती है। इसलिए उसने झूठी कहानी रची। हालांकि 15 फरवरी के आसपास आरोपित वापस घर चली गई और प्रीमैच्योर बच्चा पैदा होने की कहानी पति और सास को सुना दी। इसके बाद वह अपने बच्चे को दूध पिलाने के बहाने पीजीआइ में बच्चा चुराने की कोशिश में आती थी। 21 फरवरी को मौका मिलते ही वह बच्ची चोरी कर फरार हो गई।
दूसरे पति से मां न बनने की छुपाई थी बात
आरोपितमहक उर्फ ममता अपने पहले पति को छोड़ चुकी है। बताया जा रहा है कि पहली शादी के बाद आरोपित को दो संतान हुई। करीब एक वर्ष पूर्व आरोपित ने दूसरी शादी कर ली थी। उसने दूसरे पति से छुपाया था कि वह मां नहीं बन सकती है।
अंबेडकर कालोनी में कहां गई थी नहीं मिला जवाब
बच्ची चोरी करने के बाद आरोपित महिला पीछे के गेट से अंबेडकर कालोनी गई थी। हालांकि उसने अभी तक साफ नहीं किया है कि वह अंबेडकर कालोनी किसके पास गई थी। इसके बाद सोनीपत पहुंचकर आरोपित ने अपनी सास को उक्त बच्ची को दिखाते हुए दावा किया था कि वह उसकी बच्ची है।