पत्नी को है पौधारोपण का इतना जुनून, बेंगलुरु से सिरसा फोन कर पूछती हैं पौधे कैसें हैं
राजपाल सिंह का कहना है कि पौधों के प्रति उनकी पत्नी सतवंत कौर की दीवानगी के चलते वे भी पेड़ पौधों में रूचि लेने लगे। इन दिनों वे बेटी के पास बेंगलुरु गई है। वह कॉल करती है तो कुशलक्षेम बाद में और पहले पौधों के बारे में पूछती है।
सिरसा, जेएनएन। सिरसा के सेक्टर 20 के पार्ट थ्री में रहने वाले राजपाल सिंह का पूरा घर पेड़ पौधों से महक रहा है। कोठी के आगे अनेक औषधीय पौधों से युक्त लॉन बनाया है तो आंगन में भी तरह तरह के फूलदार, फलदार सजावटी पौधे व घास लगी है। पीछे की तरफ भी गिलोय बेल से पूरी शेड बनी हुई है। राजपाल सिंह का कहना है कि पौधों के प्रति उनकी पत्नी सतवंत कौर की दीवानगी के चलते वे भी पेड़ पौधों में रूचि लेने लगे। इन दिनों वे बेटी के पास बेंगलुरु गई है। वह जब भी वहां से कॉल करती है तो उनकी कुशलक्षेम बाद में पूछती है पहले पौधों के बारे में पूछती है। उनकी पत्नी सतवंत कौर सेवानिवृत्त स्कूल प्रधानाचार्य है तथा उनकी जिस भी स्कूल में डयूटी रही, वहां त्रिवेणी व अन्य पौधे रोपित लगाएं हैं।
पंजाब से वॉटर सप्लाई विभाग से सेवानिवृत्त राजपाल सिंह ने बताया कि जब वे किराए के मकान में रहते थे तब भी उनकी पत्नी खूब पौधे लगाकर रखती थी, लोग सोचते थे कि ये किरायदार नहीं मालिक ही हैं। वर्ष 2014 में उन्होंने सेक्टर में कोठी ली तो उसके बाद से लगातार पौधे लगा रहे हैं। कोठी के आगे शहतूत, सुहांजना, नीम, आम इत्यादि पौधे लगाए हैं। वहीं घर के आंगन में नींबू, मिर्च, अनार, आंवला सहित तरह तरह के औषधीय व फूलदार पौधे लगाए हुए हैं। पीछे की तरफ भी गिलोय व अन्य पौधे लगाए है। कोरोना काल में सेक्टरवासियों को उन्हाेंने खूब गिलोय वितरित की है।
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राजपाल सिंह ने बताया कि उनके पौधों के प्रति प्रेम से प्रभावित होकर उनके पड़ोसी भी पौधारोपण में रूचि ले रहे हैं। अब वे भी घरों में जन्मदिन, शादी की सालगिराह व अन्य अवसरों को पौधा रोपित कर मनाते हैं। राजपाल सिंह ने कहा कि पौधे रोपित करने के जूनुन में उनके बेटे, बेटी व पुत्रवधु भी उनका खूब सहयोग करते हैं।