शादी में बेहोश हुई महिला की मौत, परिवार ने किए अंग दान, 4 लोगों को मिलेगी नई जिंदगी
सिरसा निवासी डॉ. ऋतु खन्ना एक पारिवारिक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए नई दिल्ली से जयपुर गई थी। समारोह की रस्मों के दौरान वह बेहोश होकर गिर गई उन्हें जयपुर में उपचाराधीन करवाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गई मगर परिवार ने अंगदान करने का निर्णय लिया
डबवाली, जेएनएन। शरीर मरने पर भी अमर रहता है। बस जरूरी है कि मरणोपरांत अंगों का दान कर दिया जाए। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। आरएसएस सिरसा के सह जिला संघ चालक संतोष कुमार दुआ की भतीजी 48 वर्षीय डॉ. ऋतु खन्ना का ब्रेन डेड होने से जयपुर राजस्थान के इटरनल हार्ट केयर सेंटर में उपचार के दौरान निधन हो गया। एसके दुआ ने बताया कि 25 नवंबर को डॉ. ऋतु खन्ना एक पारिवारिक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए नई दिल्ली से जयपुर गई थी। समारोह की रस्मों के दौरान वह बेहोश होकर गिर गई उन्हें इटरनल हार्ट केयर सेंटर जयपुर में उपचाराधीन करवाया गया।
26 नवंबर को चिकित्सकों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। इसके अस्पताल प्रशासन ने खन्ना परिवार के सदस्यों को अंगदान के लिए प्रेरित किया। दुआ ने बताया कि खन्ना परिवार की सहमति मिलने के बाद अब डॉ. ऋतु खन्ना की एक किडनी को जयपुर के नारायण अस्पताल, दूसरी किडनी दिल्ली के आरएमएम अस्पताल, लीवर को दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल और लंग्स दिल्ली के साकेत अस्पताल में भेजे गए हैं, जो चार जिंदगियों को रोशन करेंगे।
उन्होंने बताया कि दिल्ली से पहुंचे सर्जन द्वारा ऑर्गन रिट्रीवल में विलंब हुआ तो एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ङ्क्षप्रसिपल डॉ. सुधीर भंडारी के नेतृत्व में राजस्थान प्रदेश में कार्यरत स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाईजेशन ने एयर इंडिया, अलायंस व जयपुर एयरपोर्ट के अधिकारियों से बात करके फ्लाइट को 15 मिनट तक रुकवाया और दिवंगत डॉ. ऋतु खन्ना के तीनों अंगों को सुरक्षित दिल्ली पहुंचाया गया। बता दें, मृतका नई दिल्ली में रहती थी।