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Winter Season: सिरसा में ठंड का प्रकोप बढ़ा, जीव प्रेमियों को है विदेशी पक्षियों के आने का इंतजार

सिरसा में ठंड होने पर दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में प्रवासी पक्षी पहुंच जाते थे। इस बार प्रवासी पक्षी अभी तक पहुंचने शुरू नहीं हुए हैं। ठंड शुरू होते ही साइबेरिया मंगोलिया व हिमालियन क्षेत्र से प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं।

By Naveen DalalEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 11:07 AM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 11:07 AM (IST)
Winter Season: सिरसा में ठंड का प्रकोप बढ़ा, जीव प्रेमियों को है विदेशी पक्षियों के आने का इंतजार
सिरसा की ओटू झील, लोहगढ़ व लुदेसर गांव के जोहड़ में प्रवासी पक्षियों ने बसेरा बनाया हुआ

सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा में ठंड का असर प्रतिदिन बढ़ रहा है। न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री तक पहुंचा गया है। इस ठंड के मौसम में विदेशी पक्षी आने शुरू हो जाते हैं। मगर इस बार ठंड के मौसम में सैलानी पक्षी आने शुरू नहीं हुए हैं। इससे देशी व विदेशी पक्षियों की चहचाहट अभी तक गूंजनी शुरू नहीं हुई है। विदेशी पक्षियों के सिरसा में पहुंचने का वन्य प्राणी विभाग ही नहीं पक्षी प्रेमी भी इंतजार कर रहे हैं। वन्य प्राणी विभाग के अधिकारी ओटू झील, लुदेसर व लोहगढ़ गांवों में सुरक्षा को लेकर निरीक्षण भी कर रहे हैं। जिससे कोई व्यक्ति इनका शिकार न कर सके।

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इन देशों से आते हैं पक्षी

विदेशी पक्षी ठंड बढ़ने पर हर बार आते हैं। सिरसा में ओटृ झील, लुदेसर व लोहगढ़ गांवों में 50 से अधिक प्रजातियां पहुंचती है। इनमें साइबेरिया, रूस के अलावा हिमाचल व कश्मीर से ग्रेटर कार्मोरेंट पहुंचते हैं। इनमें मार्श रेसिपीपर, आम रेत कीपिंग, ग्रीन रेडपीपर, सामान्य स्कूप्स, सामान्य रेडशैंक, स्पॉटेड रेडशैंक, जल-कपोत ग्रेलेग गुज़, उत्तरी शावलर, फेर्रुजनीस पोचर्ड, टिमिनिक कार्यकाल, छोटा कार्य पिक्चर एवोकेट, मार्श हैरियर आम टीला, व्हाइट आइबिल, पेंटिड स्ट्रॉक, स्कूनबिल, नॉर्दन सोलर, मलाइड, फ्लेमिंगो, पेंटल व अन्य प्रजातियां शामिल है।

विभाग कर रहा है मानिटरिंग

जिले में ठंड होने पर दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में प्रवासी पक्षी पहुंच जाते थे। इस बार प्रवासी पक्षी अभी तक पहुंचने शुरू नहीं हुए हैं। ठंड शुरू होते ही साइबेरिया, मंगोलिया व हिमालियन क्षेत्र से प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं। सिरसा की ओटू झील, लोहगढ़ व लुदेसर गांव के जोहड़ में प्रवासी पक्षियों ने बसेरा बनाया हुआ है। इसके बाद पक्षी फरवरी मध्य तक यहां पर रहते हैं। इसके बाद अपने देश लौट जाते हैं। विदेशी पक्षियों के आगमन होने को लेकर वन्य प्राणी विभाग भी सतर्क हो गया है। हर खंड में इन पक्षियों की सुरक्षा को लेकर विभाग के गार्ड मॉनिटरिंग कर रहे हैं।


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