जिस नंबर से रुपये निकलने का फ्रॉड हुआ, उसे देशभर में 1843 बार किया गूगल पर सर्च
हिसार के चिकित्सक के बैंक खाते से उपरोक्त नंबर से कॉल आने पर निकले क्रेडिट कार्ड से निकले 1.70 लाख रुपये। इधर बिना कॉल आए और बिना मैसेज आए खाते से निकले 2 लाख 80 हजार।
हिसार [सुभाष चंद्र]। ऑनलाइन ठगी करने के साइबर क्रिमिनलों ने कई तरह के तरीके निकाले हैं। मगर इनमें से कुछ बेहद अजीब हैं। एटीएम हैक करके, क्लोन तैयार करके, ओटीपी पूछकर आदि तरीकों से तो फ्रॉड होता ही रहा है। मगर अब आपके पास बस एक फोन कॉल आती है और इसके बाद आपके क्रेडिट कार्ड से पैसे कटने शुरू हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला हिसार के निजी अस्पताल के चिकित्सक के साथ भी हुआ। मगर ऐसा महज उनके साथ ही नहीं बल्कि इसी नंबर से कई लोगों के खाते से पैसे निकाले जा चुके हैं।
ऐसी घटनाओं के बाद भी देशभर में गुगल पर डाले गए इस फर्जी 912262247700 नंबर को 1843 बार सर्च किया गया है। वहीं इस नंबर के खिलाफ 12 फ्रॉड की रिपोर्ट आ चुकी हैं। इस नंबर से ही लोगों को मिसकॉल जाती है, जिसके बाद क्रेडिट कार्ड से पैसे कटने का सिलसिला शुरू हो जाता है। कॉल आने के बाद पैसे कटने का सिलसिला पिछले साल से जारी है। देशभर में अलग-अलग जगहों से इस नंबर के द्वारा कॉल आने पर क्रेडिट कार्ड से पैसे कटने के मामले सामने आ चुके है। दरअसल ऑनलाइन सर्विस लेने के लिए लोग गूगल पर कई तरह के कस्टमर केयर नंबर सर्च करते हैं मगर यह फर्जी नंबर होते हैं। इसके बाद फ्रॉड शुरू होता है।
फ्रॉड कॉल के जरिये खाते से 1.70 लाख रुपये कटे
ऐसे ही एक मामले में डिफेंस कालोनी के डा. तनवीर नैन से 1.70 लाख रुपये निकले हैं। तनवीर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 3 नवंबर की रात करीब 2.40 का समय के उसके पास उपरोक्त नंबर से फोन आया था, जिसके बाद उसके बैंक खाते से जुड़े क्रेडिट कार्ड से यह पैसे निकले। तनवीन ने बताया कि यह फोन उठाते ही कट गया। इसके बाद फोन पर क्रेडिट कार्ड से रकम कटने का मैसेज आया था। इसके बाद कई मैसेज आए और उसके क्रेडिट कार्ड से रकम निकालने की कोशिश की गई। तनवीर के क्रेडिट कार्ड से तीन बार में 1,43,743.66 रुपये, 17,172.55 रुपये तथा 9,659.92 रकम निकल चुकी थी।
इधर, बिना कॉल आए और बिना मैसेज आए खाते से निकले 2.80 लाख
गांव भगाना निवासी आर्मी से रिटायर्ड हवलदार के बैंक खाते से 2 लाख 80 हजार रुपये निकल गए। इस मामले में पुलिस में एफआइआर भी दर्ज नहीं हो पाई है। रघुबीर ने बताया कि उसका खाता मय्यड़ गांव स्थित एसबीआइ बैंक में है। आर्मी से रिटायर्ड रघुबीर ङ्क्षसह ने बताया कि 31 अक्टूबर से 4 नवंबर तक उसके बैंक खाते व एटीएम से उपरोक्त रकम निकाली गई है। उसके मोबाइल नंबर पर 31 अक्टूबर से ट्रांजेक्शन के मैसेज आने बंद हो गए थे। उसने बैंक जाकर पासबुक में एंट्री करवाई तो पता लगा कि उसके खाते से पिछले पांच दिनों में प्रतिदिन 40 हजार रुपये निकाले गए हैं।
वहीं दो खातों में उसके बैंक खाते से पैसा ट्रांसफर किया गया है। लेकिन एटीएम से निकाली गई राशि व बैंक खाते से फारवर्ड की गई राशि के बारे में उसके पास कोई मैसेज नहीं आया। रघुबीर का कहना है कि उसके पास ना तो कोई ओटीपी आई और ना ही किसी ने उसके पास फोन करके एटीएम के बारे में पूछा। लेकिन फिर भी उसके एटीएम व उसके खाते से पैसे कट गए। उसने अंतिम बार हांसी में 22 अक्टूबर को एटीएम यूज किया था। वहीं सातरोड़ के पास एक पेट्रोल पंप से 940 रुपये का पैट्रोल डलवाया था। उसके बाद से कोई ट्रांजेक्शन नहीं की थी। रघुबीर ने इस बारे में बैंक अधिकारियों से बात की तो उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज करवाने की बात कही। वहीं बैंक खाते को हॉल्ड पर किया गया है। लेकिन इस मामले में मय्यड़ बैंक संबंधित थाना में मामला दर्ज नहीं किया गया। बल्कि उसे बल्कि उसे गोवा, दिल्ली व पणजी में मामला दर्ज करवाने के लिए कहा जा रहा है। जहां उसकी बैंक राशि को फॉरवर्ड किया गया है।
लगातार बढ़ रहे है ऑनलाइनल फ्रॉड के मामले
आरबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018-19 में अप्रत्याशित रूप से 71,500 करोड़ रुपए से संबंधित बैंक फ्रॉड के 6,800 केस सामने आए। वहीं एक साल पहले समान अवधि यानी 2017-18 में 41,167.03 करोड़ रुपए के फ्रॉड के 5,916 केस हुए थे।